Mainbhibharat

31 सहरिया आदिवासियों को बंधुआ मजदूरी से बचाया गया

गुना पुलिस ने महाराष्ट्र के पुणे जिले के इदापुरा गांव से कई महिलाओं सहित 31 बंधुआ मजदूरों को छुड़ाया है.

सभी मजदूर गुना जिले के धरनावाड़ इलाके के अलग-अलग गांवों के हैं, और सभी सहरिया आदिवासी समुदाय से हैं.

हाल ही में इन लोगों के परिवार के सदस्यों ने गुना एसपी राजीव कुमार मिश्रा से बातचीत कर 31 लोगों की दुर्दशा के बारे में उन्हें बताया. उन्होंने एसपी को बताया कि सभी 31 लोग इदापुरा गांव में अमानवीय हालत में रह रहे हैं.

इन लोगों के मुताबिक, हाल ही में नानीपुरा गांव के एक हुकुम सिंह ने उनके गांव का दौरा किया और लोगों से नियमित काम और अच्छी मजदूरी के वादे के साथ उनके साथ जाने के लिए कहा.

वह कई महिलाओं समेत 31 ग्रामीणों को पुणे जिले के इदापुरा गांव ले गया.लेकिन कुछ दिन बाद ही मजदूरी के लिए गए लोगों ने अपने परिवार के लोगों को फोन कर उनसे वापस आने के लिए मदद मांगी.

एसपी मिश्रा ने मामले का संज्ञान लेते हुए राघोगढ़ अनुमंडल पदाधिकारी (पुलिस) बीपी तिवारी और धरनावाड़ थाना प्रभारी को विशेष टीम गठित करने का निर्देश दिया.

तिवारी और दूसरे पुलिसकर्मियों ने पुणे पुलिस के साथ समन्वय कर सभी ग्रामीणों को एक विशेष वाहन में उन्हें सुरक्षित जगह लाया गया.

एसपी मिश्रा ने बताया है कि उन सभी का स्वास्थ्य परीक्षण कर फिलहाल उनके खाने-पीने की व्यवस्था की गई है. बंधक बनाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है.

Exit mobile version