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गुजरात में आदिवासी औरतों के जबरन धर्मांतरण मामले में एक पूरा परिवार गिरफ़्तार

गुजरात (Gujarat) के तापी जिले में दो  आदिवासी महिलाओं (Tribal Women) का धर्मांतरण करने के मामले में एक परिवार के खिलाफ़ मामला दर्ज किया गया है. प्रशासन ने कहा कि आदिवासि औरतों को  ईसाई बनाने की कोशिश करने के आरोप में एक दंपति और उसके तीन बेटों को गिरफ्तार (Arrested) किया गया है. 

व्यारा पुलिस स्टेशन के निरीक्षक हितेंदर सिंह गोहिल ने बताया कि व्यारा शहर के निवासी राकेश वसावा, उनकी पत्नी रेखा और पुत्र योहान, याकूब व रसिन के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 342 (अवैध रूप से रखना), 417 (धोखाधड़ी), 120 बी (आपराधिक साजिश) तथा गुजरात धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2003 के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है. 

यह अधिनियम बल प्रयोग या लालच के जरिये धर्मांतरण को रोकने का प्रयास करता है.

गोहिल ने कहा, ‘गुरुवार रात एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी. जिस परिवार पर आरोप है वो ईसाई धर्म का पालन करता है. उस पर बुधवार और गुरुवार को अपने घर पर कुछ अनुष्ठान कर दो स्थानीय आदिवासी महिलाओं का जबरन धर्मांतरण करवाने की कोशिश करने का आरोप लगाया गया है. 

अपनी शिकायत में इनमें से एक महिला (20) ने दावा किया है कि उसके और योहान वसावा के बीच बीते तीन वर्षों से संबंध हैं तथा दोनों एक ही शहर में रहते हैं. उसका कहना है कि वो दोनों एक ही स्कूल में भी पढ़ते हैं. प्राथमिकी के मुताबिक, चूंकि दोनों परिवार उनके रिश्ते के बारे में जानते थे, इसलिए शिकायकर्ता और योहान एक-दूसरे के घर आते-जाते थे.

इसमें कहा गया है कि बुधवार सुबह योहान ने शिकायतकर्ता को इस बहाने से अपने घर बुलाया कि उसके पिता उससे मिलना चाहते हैं. हालांकि, जैसे ही वह उनके घर पहुंची, राकेश वसावा ने कथित तौर पर उसकी कलाई पर बंधा एक पवित्र धागा जबरन काट दिया और उसका मोबाइल फोन बंद कर दिया.

गोहिल ने कहा, “उसी समय रसिन की प्रेमिका भी वसावा निवास पर पहुंची थी. परिवार ने दोनों लड़कियों के पैरों व माथे पर जबरन तेल लगाया और उनके बालों को कपड़े के टुकड़े से बांध दिया.”उन्होंने प्राथमिकी के हवाले से बताया कि राकेश वसावा ने लड़कियों से कहा कि वे ‘अपवित्र’ हैं और उन्हें ‘शुद्ध’ करने के लिए एक अनुष्ठान किया जाएगा.

अधिकारी के अनुसार, जब शिकायतकर्ता रोने लगी और दोनों को घर जाने देने का आग्रह किया तो राकेश वसावा ने कहा कि उन्हें अगले चार दिनों तक यहां रहना होगा. राकेश वसावा ने यह भी दावा किया कि ईसा मसीह ने उसके बैंक खाते में दो लाख रुपये जमा किए थे. 

ताकि वह मोबाइल फोन और कार खरीद सके. गोहिल के मुताबिक, इसके बाद राकेश वसावा ने मोमबत्ती जलाकर अनुष्ठान शुरू किया, जो बृहस्पतिवार सुबह पांच बजे तक चला. उन्होंने बताया कि घर पहुंचने के बाद शिकायकर्ता ने अपने परिजनों को आपबीती सुनाई, जिसके बाद गुरुवार रात वसावा परिवार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई.

इस पूरे मामले में अभी तक पुलिस ने जो बताया है वही सामने है. जिस परिवार को गिरफ़्तार किया गया है उसका पक्ष सामने नहीं आया है.

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