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AAP और BTP का गठबंधन गुजरात के आदिवासी इलाक़ों में क्या गुल खिला सकता है

गुजरात के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी यानि आप और भारतीय ट्राइबल पार्टी मिल कर लड़ेंगे. आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री ने आज यानि 1 मई को भरूच में हुए एक आदिवासी कार्यक्रम में की है. 

उन्होंने इसके साथ ही सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को चुनौती दी और कहा कि वह उन्हें आने वाले चुनावों में हराकर दिखाएंगे. इस दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि देश के दो सबसे अमीर आदमी गुजरात से आते हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी अमीरों के साथ खड़ी हैं.

भरूच में आदिवासी संकल्प महासम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम केजरीवाल ने कहा कि गुजरात में यह उनकी पहली पब्लिक रैली है. वो कहना चा रहे थे कि गुजरात के चुनाव के लिए उन्होंने प्रचार की शुरुआत आदिवासी इलाक़े से की है. 

अपने भाषण में उन्होंने कहा कि पहले आदिवासियों के साथ अंग्रेजों ने अन्याय किया, फिर हमारे देश के ही लोगों ने आदिवासियों का शोषण किया। उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े प्रोजेक्ट्स के नाम पर उनको विस्थापित किया गया.

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के दो सबसे अमीर आदमी गुजरात से आते हैं और देश के सबसे गरीब आदिवासी भी गुजरात से ही आते हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी अमीरों के साथ खड़ी हैं. अमीरों को और अमीर बना रही है. 

उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी गरीबों के साथ खड़ी है. केजरीवाल ने गुजरात के लोगों से कहा कि मैं आपको कहता हूं कि हमें एक मौका दे दो हम आपकी गरीबी दूर कर देंगे. हम लोग आपके साथ खड़े हैं और हम गरीबों और आम लोगों की पार्टी हैं.

भारतीय ट्राइबल पार्टी के अभी गुजरात विधान सभा में दो विधायक हैं. भारतीय ट्राइबल पार्टी के संरक्षक छोटुभाई वसावा झगड़िया के विधायक हैं. जबकि पार्टी के अध्यक्ष और छोटुभाई के बेटे महेशभाई वसावा डेडियापाड़ा से पार्टी के विधायक हैं.

भारतीय ट्राइबल पार्टी का गुजरात के भरूच में सबसे मज़बूत आधार है. आम आदमी पार्टी और बीटीपी गठबंधन आदिवासी इलाक़ों में नए समीकरण पैदा कर सकता है. इस गठबंधन से बीजेपी और कांग्रेस पार्टी दोनों को ही सचेत रहना होगा.

इस मामले में कांग्रेस को ज़्यादा सचेत रहने की ज़रूरत बताई जा रही है. क्योंकि बीजेपी शहरी क्षेत्रों में मज़बूत है तो कांग्रेस पार्टी को गुजरात के देहात और आदिवासी इलाक़ों में मज़बूत माना जाता है.

केजरीवाल ने गुजरात में जहां से एंट्री ली है वो कांग्रेस के लिए ख़तरे की घंटी है.

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