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विशाखापत्तनम: नक्सलियों के गढ़ में पुलिस की मदद से 61 आदिवासी लड़कियों को मिली नौकरी

आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम ज़िले के पडेरू पुलिस उपमंडल की 185 में से 61 आदिवासी लड़कियों को प्रेरणा कार्यक्रम के तहत टाटा टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूशन में तकनीकी सहायक के रूप में नौकरी मिली है. 20 साल से कम उम्र की सभी लड़कियां नक्सल प्रभावित मंडलों जैसे जी मदुगुला, पेदाबयालु, मुंचिंगपुट और हुकुमपेट के अलावा डुम्ब्रीगुडा, पडेरू, अराकू और अनंतगिरी जैसे पर्यटन स्थलों से संबंधित हैं.

इस अभियान का आयोजन अल्लूरी सीताराम राजू जिला पुलिस द्वारा सामुदायिक कल्याण कार्यक्रम ‘प्रेरणा’ के तहत प्रशांति एजुकेशनल सोसाइटी, अचुतापुरम और टाटा टेक्नोलॉजीज प्रबंधन के सहयोग से किया गया था.

अल्लूरी ज़िले के पुलिस अधीक्षक एस सतीश कुमार ने आदिवासी युवाओं के लिए विभिन्न संस्थानों में स्वरोजगार और रोजगार प्रदान करने के लिए सामुदायिक पुलिसिंग के हिस्से के रूप में ‘प्रेरणा’ नामक एक कार्यक्रम तैयार किया. इसके बाद उन्होंने टाटा टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूशन को पडेरू में आमंत्रित किया.

उन्होंने कहा कि अच्छी योग्यता होने के बावजूद, कई आदिवासी छात्रों के पास उचित मार्गदर्शन नहीं है और नौकरी पाने के लिए कौशल की कमी है. ‘प्रेरणा’ कार्यक्रम के तहत पुलिस का उद्देश्य उनका मार्गदर्शन करना और उन्हें उचित कौशल हासिल करने में मदद करना है ताकि उन्हें अच्छी प्लेसमेंट मिल सके.

टाटा टेक्नोलॉजीज के प्रतिनिधियों ने विभिन्न चरणों में इंटरव्यू आयोजित किए और उम्मीदवारों का चयन किया. उम्मीदवारों को सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए प्रशांति एजुकेशनल सोसाइटी, अचुतापुरम भेजा जाएगा.

एस सतीश कुमार ने कहा, “हम विभिन्न अर्धसैनिक नौकरियों और अन्य नौकरियों के लिए शारीरिक और लिखित परीक्षा के लिए ट्रेनिंग और कोचिंग प्रदान कर रहे हैं. वर्तमान भर्ती में प्रत्येक उम्मीदवार को 17 हज़ार प्रतिमाह वेतन मिलेगा.”

चयनित उम्मीदवारों को नियमित कर्मचारियों की तरह ही पीएफ, चिकित्सा सुविधा और अन्य लाभ मिलेंगे. उन्हें तमिलनाडु के होसुर में टाटा टेक्नोलॉजीज में नियुक्त किया जाएगा.

हाल ही में झारखंड में रहने वाली आदिवासी लड़कियों को टाटा की कंपनी में नौकरी मिली है. कंपनी द्वारा हाल ही में चलाए गए रोजगार अभियान के दौरान राज्य की लगभग 1,900 आदिवासी लड़कियों को तमिलनाडु में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड संयंत्र में नौकरी की पेशकश की गई थी. उनमें से 820 लड़कियां चयनित होकर होसुर गईं.

होसुर गई लड़कियों को टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड के ग्रीनफील्ड प्लांट में पोस्ट एंट्री लेवल ऑपरेटरों के लिए भर्ती किया गया है.

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