Mainbhibharat

आंध्र प्रदेश: अनाकापल्ली में शिक्षकों की नियुक्ति की मांग को लेकर आदिवासी करेंगे आंदोलन

आंध्र प्रदेश के अनाकापल्ली जिले के रोलुगुंटा मंडल की अरला पंचायत पेडा परुवु, पाठा लोसिंगी और कोठा लोसिंगी के आदिवासियों ने अपने स्कूल में शिक्षकों की नियुक्ति की मांग को लेकर सोमवार को विरोध प्रर्दशन किया. रोलुगुंटा के आदिवासियों ने कहा की यहां शिक्षकों का बहुत अभाव है. जिसपर जिला शिक्षा अधिकारी को ध्यान देने की जरुरत है.रोलुगुंटा, अरला पंचायत और कोठा लोसिंगी के आदिवासियों ने बताया की इन तीनों गांवो की कुल अबादी 260 है.

तीनों गांवों में 1 से 5 साल के लगभग 20 बच्चे होगें और 6 से 9 साल तक के 31 बच्चे हैं. लेकिन शिक्षक न होने के कारण इन तीनों गांवो के बच्चे पढ़ाई करने में असमर्थ हैं. दरअसल, इन आदिवासी बस्तियों के लोगों ने इस साल जुलाई में ‘जगनन्नाकु चेबुधम’ कार्यक्रम में अधिकारियों से अपने स्कूल के लिए शिक्षक निय़ुक्त करने की मांग की है.गांव वालों की शिकायत पर ‘स्पंदना’ कार्यक्रम के बाद प्रतिक्रिया करते हुए, रोलुगुंटा शिक्षा अधिकारी ने 1 अगस्त को लोसिंगी गांव का दौरा किया था और प्रमाणित किया था कि लोसिंगी में कुल 51 बच्चे हैं.

क्या है ‘जगनन्नाकु चेबुधम’ कार्यक्रम

“जगनन्नकु चेबुधम” एक सार्वभौमिक शिकायत निवारण हेल्पलाइन है जो लोगों को सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय में अपना मुद्दा उठाने की अनुमति देती है. नागरिक 1902 पर कॉल करके इस हेल्पलाइन का उपयोग कर सकते हैं.

ग्रामीणों ने बताया की पदाधिकारी के दौरे के करीब दो माह बीत चुके हैं. लेकिन अब तक किसी शिक्षक की नियुक्ति नहीं हुई है. इसलिए बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहें हैं. हालाँकि मैदानी इलाकों में वाईबी पटनम में एक प्राथमिक विद्यालय है. लेकिन बच्चों को हर दिन स्कूल जाने के लिए पहाड़ी के ऊपर से निचे तक चलकर जाना पड़ता है. इसलिए वो स्कूल नहीं जा पाते हैं.

आदिवासियों ने लोसिंगी स्थित विद्यालय में तत्काल शिक्षक नियुक्ति की मांग की है. इसके लिए गिरिजन संघम के नेता के. गोविंदाराव (K. Govind Rao) शिक्षक नियुक्ति की मांग को लेकर 27 सितंबर को रोलुगुंटा एमपीडीओ (MPDO) कार्यालय के बाहर आंदोलन करेंगे. इस आंदोलन में तीनों गांवों के आदिवासी शामिल होंगें.

Exit mobile version