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अरुणाचल प्रदेश के पक्के पागा हॉर्नबिल महोत्सव का हुआ समापन, जानिए क्या रहा इस बार ख़ास

अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के पक्के पागा हॉर्नबिल फेस्टिवल (Pakke Paga Hornbill Festival) के 9वें संस्करण का शनिवार को समापन हुआ, जिसमें प्रकृति और वन्यजीव संरक्षण के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धताओं पर जोर दिया गया. इस महोत्सव का आधिकारिक उद्घाटन पर्यटन मंत्री नाकाप नालो (Nakap Nalo) ने किया.

ये संस्करण हॉर्नबिल पक्षी (Hornbill bird) की सुरक्षा और संरक्षण के आह्वान के साथ पक्के केसांग जिले के सेइजोसा (Seijosa) शहर में आयोजित किया गया था.

पक्के पागा हॉर्नबिल फेस्टिवल समुदायों, परंपराओं और संरक्षण प्रयासों को एक साथ लाते हुए, इस विविधता के प्रमाण के रूप में काम करता है.

इस उत्सव में स्थानीय जनजातियों और समुदायों की भागीदारी देखी गई, उन्होंने पारंपरिक भोजन, पोशाक, हस्तनिर्मित आभूषणों का प्रदर्शन किया. वहीं उद्घाटन समारोह में हॉर्नबिल संरक्षण, मिलेट कॉम्पिटिशन के साथ-साथ नेपाली, बोडो, गोरखा और निशी सहित क्षेत्र के अन्य समुदायों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां शामिल थीं. पारंपरिक नृत्यों और प्रस्तुतियों ने इस आयोजन में सांस्कृतिक जीवंतता जोड़ दी.

इस बार का महोत्सव पैनलिस्ट और 100 से अधिक प्रतिभागियों को एक साथ लाया. जिन्होंने इकोटूरिज्म, होमस्टे के संचालन, आरक्षित वन और जैव विविधता संरक्षण के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला.

2024 की थीम

पक्के पागा हॉर्नबिल फेस्टिवल की इस साल की थीम हॉर्नबिल संरक्षण की अनिवार्य आवश्यकता पर जोर देती है. यह प्रतिष्ठित पक्षियों और उनके पारिस्थितिक महत्व पर ध्यान केंद्रित करते हुए व्यापक संरक्षण लक्ष्यों के अनुरूप है.

ऐसे में महोत्सव के दौरान पर्यटन मंत्री नाकाप नालो ने गंभीर रूप से लुप्तप्राय पक्षियों की सुरक्षा के लिए अरुणाचल समाज के सभी क्षेत्रों से सामूहिक प्रयास का आग्रह किया.

उन्होंने हॉर्नबिल की संख्या में गिरावट पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भले ही सरकार, विशेष रूप से वन विभाग, सुरक्षित वन आवास के लिए पहल करता है लेकिन इन प्रजातियों की सुरक्षा में योगदान देने की जिम्मेदारी आम लोगों की है.

साथ ही ग्रेट हॉर्नबिल के सांस्कृतिक महत्व को पहचानते हुए उन्होंने इन विदेशी और गंभीर रूप से लुप्तप्राय पक्षियों की रक्षा के लिए समाज के सभी वर्गों से सामूहिक प्रयास का आह्वान किया.

सेइजोसा पाक्के टाइगर रिजर्व (Pakke Tiger Reserve) के पास स्थित है, जो हॉर्नबिल की चार प्रजातियों – पुष्पांजलि, ग्रेट इंडियन, ओरिएंटल पाइड और लुप्तप्राय रूफस-नेक्ड का घर है. यह क्षेत्र निशी लोगों की पारंपरिक मातृभूमि है, जो अरुणाचल प्रदेश का सबसे बड़ा जनजातीय समूह है.

पक्के पागा हॉर्नबिल फेस्टिवल की शुरुआत

पहली बार पक्के पागा हॉर्नबिल फेस्टिवल 16 से 18 जनवरी, 2015 को आयोजित किया गया था. इसे शुरू करने के पीछे एक अनूठा उद्देश्य है, और वो है पक्के टाइगर रिजर्व के भीतर हॉर्नबिल संरक्षण में निशी जनजाति की महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानना.

सांस्कृतिक उत्सवों से परे इस त्योहार का उद्देश्य पक्के टाइगर रिजर्व में हॉर्नबिल पक्षी के संरक्षण में निशी जनजाति की महत्वपूर्ण भूमिका को सम्मानित करना था. क्योंकि निशी जनजाति पहले हॉर्नबिल का शिकार किया करती थी और उनकी चोंच का उपयोग पारंपरिक टोपी बनाने के लिए करते थे. बाद यही जनजाति हॉर्नबिल का संरक्षक बन गई.

यह पक्के टाइगर रिजर्व और उसके आसपास के प्राकृतिक बदलाव के बारे में राष्ट्रीय जागरूकता पैदा करने के लिए एक मंच के रूप में काम करता है.

पक्के पागा हॉर्नबिल फेस्टिवल को 2019 में अरुणाचल के मुख्यमंत्री पेमा खांडू द्वारा ‘राज्य उत्सव’ घोषित किया गया था.

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