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सरना धर्म की मांग पर भारत बंद का आशिंक असर, झारखंड, असम और ओडिशा के कुछ इलाके बंद रहे

झारखंड (jharkhand) के एक संगठन आदिवासी सेंगल अभियान (Adivasi Sengal Abhiyan) द्वारा 30 दिसंबर को भारत बंद (Bharat bandh) की घोषणा की गई थी, जिसका कुछ प्रभाव आज देश के अलग अलग राज्यों में देखने को मिला है.

इस संगठन के सभी कार्यकर्ता रांची – चाईबासा (Sarna bharat bandh in Jharkhand ranchi- chaibasa road) के मुख्य मार्ग, एनएच-75 ई (NH 75E) पर धरना प्रदर्शन कर रहे थे. वे आज सुबह से ही सड़क पर बैठे गए.

इस धरना प्रदर्शन के कारण रांची चाईबासा का मुख्य मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया है. इस बारे में सूचना मिलते ही बंदगांव थाना पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों से बात की और इन्हें हाटने की कोशिश भी की गई.

सड़क पर जाम होने के कारण बंदगांव बाजार (Jharkhand bandhgaon ) को भी बंद करना पड़ा, हालांकि ज़िले के हर हिस्से में प्रदर्शन का प्रभाव देखने को नहीं मिला है. मसलन रेल मार्ग पर इस बंद का कोई प्रभाव देखने को नहीं मिला है.

इसके अलावा राज्य के सरायकेला-खरसावां ज़िले (Seraikela Kharsawan district effected by bharat bandh) में भी लोग भारत बंद का समर्थन करते हुए दिखाई दिए. पहले सभी प्रदर्शनकारी सिकली फाटक के पास बैठकर धरना प्रदर्शन करने लगे, लेकिन धरने के एक घंटे बाद पुलिस के समझाने पर ये सभी सिकली फाटक से हट गए.

जिसके बाद इन सभी प्रदर्शनकारी ने चांडिल रेलवे स्टेशन से एनएच 32 होते हुए चांडिल बाजार (Jharkhand chandil effect by bharat bandh) तक अपनी मांगों को लेकर रैली निकाली है.

सिर्फ झारखंड में नहीं बल्कि देश के अलग अलग राज्यों में भारत बंद प्रदर्शन किया गया.

पश्चिम बंगाल

राज्य के दक्षिण दिनाजपुर ज़िले के बालुरघाट में बस सेवा सुबह से बंद (balurghat) रही. यहां से केवल लंबी दूरी की बसें और सरकारी बसें ही अभी चल पाईं.

जिसके कारण लोगों को रोज़मर्रा के कार्य करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.

ये भी पता चला है की कोई अप्रिय घटना ना हो इसके लिए पुलिस को क्षेत्र के हर कोने में तैनात किया गया है.

वहीं राज्य के गंगारामपुर (Gangarampur effected by bharat bandh) में भी रेल मार्ग को बाधित किया गया है. इस बारे में मिली जानकारी के अनुसार सुबह सात बजे आदिवासी सेंगेल अभियान के लोगों ने तेभागा एक्सप्रेस गंगारामपुर ट्रेन को रोक दिया था.

वहीं बिहार के कटिहार (bihar katihar railway effectd by bharat bandh) में रेल मार्ग को भी बांधित किया गया था. इसके अलावा असम के कोकराझार ज़िले (Kokrajhar district) के रेल मार्ग और राष्ट्रीय राजमार्ग पर धारा 144 लागू (Section 144 applied in assam) की गई थी, जिसके तहत इन जगहों पर पांच या अधिक लोगों के जमा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया थी.

इसके अलावा बिना अनुमति के प्रदर्शन करना, नारे लगाना, सार्वजनिक स्थानों पर बैठकें या रैलियां आयोजित करना, हड़ताल और बाहरी माइक्रोफोन का उपयोग जैसी गतिविधियां पर भी रोक लगा दिया गया है.

क्या है सरना धर्म से जुड़े प्रदर्शनकारियों की मांग

इन प्रदर्शनकारियों की मांग है की सरना धर्म को आगमी जनगणना 2024 के धर्म कॉलम से अलग स्थान दिया जाए.

इसी मांग को लेकर वे कई सालों से प्रदर्शन का सहारा ले रहे हैं. लेकिन सरकार की तरफ से कोई भी एक्शन अभी तक नहीं लिया गया है.

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