असम के बोडोलैंड क्षेत्र में आज यानी 22 सितंबर 2025 को बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (BTC) के लिए चुनाव हो रहे हैं.
यह चुनाव 40 सीटों के लिए होता है, जहां करीब 26 लाख से ज्यादा वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग करते हैं.
चुनाव सुबह 7:30 बजे शुरू हुए और शाम 4 बजे तक चलेंगे.
इस बार मतदान केंद्रों की संख्या पिछले चुनावों से ज्यादा हो गई है, ताकि सभी लोग आसानी से वोट डाल सकें.
बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल असम के उन जिलों में काम करती है, जहां बोड़ो समुदाय की संख्या बहुत ज्यादा है, जैसे कि कोकराझार, चिरांग, बक्सा और उदलगुरी.
यह क्षेत्र “बोडोलैंड टेरिटोरियल एरिया डिस्ट्रिक्ट्स” (BTAD) के अंतर्गत आता है.
पिछले सालों में इस इलाके में शांति और विकास के लिए कई कदम उठाए गए हैं, खासकर बोडो शांति समझौते के बाद.
यह समझौता अलग-अलग विद्रोही समूहों और स्थानीय संगठनों को शामिल करके इलाके में स्थिरता लाने की कोशिश करता है.
पिछले चुनाव में, यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (UPPL) ने जीत हासिल की थी और प्रमोद बोरो इस काउंसिल के मुखिया बने थे.
UPPL ने भाजपा (BJP) के साथ मिलकर सरकार बनाई थी. उस समय कई योजनाएं शुरू हुईं, जैसे पर्यावरण संरक्षण और शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए योजनाएं.
आज का मतदान शांतिपूर्ण हो रहा है. सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं ताकि वोटिंग में किसी तरह की दिक्कत न आए। सुबह से ही मतदाता केंद्रों पर वोट डालने के लिए आ रहे हैं.
चुनाव आयोग और पुलिस हर जगह मौजूद हैं. अब तक बड़ी कोई हिंसा या परेशानी की खबर नहीं आई है.
चुनाव के दौरान मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट (MCC) का पालन हो रहा है.
चुनाव में बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (BPF), यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (UPPL), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस जैसी पार्टियां शामिल हैं.
पिछले साल बीजेपी के महासचिव दिलीप सैकिया ने कहा था कि बीजेपी UPPL से संपर्क कर रही थी ताकि मिलकर अगली सरकार बनाई जा सके.
UPPL के पास 12 सीटें थीं और बीजेपी के पास 9, जबकि BPF के पास 17 सीटें थीं.
बहुमत के लिए कम से कम 20 सीटें चाहिए होती थीं, इसलिए तब गठबंधन ही सरकार बनाने का रास्ता था.
चुनाव के नतीजे आने के बाद ही साफ होगा कि कौन सी पार्टी या गठबंधन सरकार बनाएगा.
यह चुनाव बोडोलैंड क्षेत्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे इलाके की राजनीति और विकास की दिशा तय होगी.
इलाके में शांति बनी रहे, यही सबकी उम्मीद है.