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छत्तीसगढ़: विधानसभा चुनाव से पहले आदिवासी समाज के 377 लोग बीजेपी में हुए शामिल

छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले कांकेर और बस्तर में सक्रिय आदिवासी समाज और संगठन के करीब 377 लोग बीजेपी में शामिल हुए. पॉलिटिकल स्ट्राइक के तहत सोमवार को भाजपा के प्रदेश कार्यालय में कांकेर से आए 377 आदिवासियों ने एक साथ भारतीय जनता पार्टी जॉइन कर ली.

एक हफ्ते के भीतर यह दूसरा अवसर है जब पद्म श्री अनुज शर्मा और एक आईएएस अधिकारी सहित संस्कृति और मनोरंजन के क्षेत्र से 309 लोगों के पार्टी में शामिल होने के बाद इतनी बड़ी संख्या में लोग बीजेपी में शामिल हुए हैं.

पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष अरुण साव ने नए सदस्यों को पार्टी की सदस्यता प्रदान की. इस कार्यक्रम के दौरान आदिवासी समाज के 377 और वैश्य समाज के 44 लोग बीजेपी में शामिल हुए.

अरुण साव ने सभी नए लोगो का स्वागत करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में परिवर्तन का स्पष्ट संकेत मिल गया है. प्रदेश में कांग्रेस और उसकी सरकार की विदाई का मुहूर्त निकल गया है. जनता कांग्रेसी कुशासन और भ्रष्टाचार से पूरी तरह त्रस्त है. भाजपा पर भरोसा कर रही है.

वहीं पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि आज भाजपा के लिए  ऐतिहासिक दिन है. गोंडवाना समाज के प्रमुख लोग भाजपा में आए हैं. आज आप उस पार्टी के सदस्य बने हैं, जिसके 18 करोड़ सदस्य हैं. आज आप उस पार्टी के सदस्य बने हैं, जिसके महान नेता अटल बिहारी वाजपेयी जी ने छत्तीसगढ़ प्रदेश को बनाया.

पार्टी में नए सदस्यों का स्वागत करते हुए डॉ रमन सिंह ने कहा कि वे इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में बस्तर में बदलाव का नेतृत्व करेंगे. बस्तर में परिवर्तन का नेतृत्व करने वाले आप सब मेरे सामने बैठे हैं.

उन्होंने आगे कहा कि भाजपा ने बस्तर से अंधेरा दूर करने का काम किया है. तेंदूपता के लिए नीति बनाने का काम, सड़क बनाने का काम, बस्तर को एजुकेशन हब बनाने का काम भाजपा ने किया. भूपेश बघेल की सरकार ने बस्तर का केवल शोषण किया है. कांग्रेस सरकार केवल घोटाले कर रही है.

कांकेर की तीनों विधानसभा सीटें कांग्रेस के पास हैं. बावजूद इसके अलग-अलग गांवों से आदिवासी समाज के नेता और लोग बीजेपी में शामिल हो रहे हैं.

बीजेपी में शामिल होने वाले आदिवासी समाज के प्रमुखों में गोंडवाना गोंड महासभा के प्रदेश संगठन मंत्री विकेश कुमार हेजामी, गोंडवाना समाज युवा प्रभाग के संरक्षक भूपेंद्र दर्रो, सर्व आदिवासी समाज के युवा ब्लॉक उपाध्यक्ष चंद्रशेखर मंडावी, गोंडवाना समाज के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष रमेश मंडावी, जितेंद्र मरकाम और गोंडवाना समाज के क्षेत्रीय अध्यक्ष विष्णु कावड़े का नाम शामिल है.

बस्तर सरगुजा की 26 सीटों पर आदिवासी समाज निर्णायक वोटर है. 2003, 2008 के चुनाव में इन इलाकों में बीजेपी का परचम पुरजोर तरीके से लहराया. लेकिन 2013 में बीजेपी कमजोर पड़ी और 2018 में सूपड़ा ही साफ हो गया. बीजेपी इन इलाकों में संघ के जरिए अपना जनाधार वापस पाने की कवायद में है.

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