छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में आदिवासी समूहों द्वारा हाल ही में गठित संगठन हमर राज पार्टी (Hamar Raj Party) ने मंगलवार को अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए 19 उम्मीदवारों की सूची जारी की है. सूची में एक पूर्व आईपीएस अधिकारी का नाम भी शामिल है.
इन 19 सीटों में से 10 अनुसूचित जनजाति (एसटी) उम्मीदवारों के लिए और दो अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित हैं.
हमर राज पार्टी ने सामान्य सीटों पर भी आदिवासियों को मैदान में उतारा है. लिस्ट में 19 उम्मीदवारों में से दो अनुसूचित जाति वर्ग के हैं और बाकी 17 उम्मीदवार आदिवासी समाज से है. इस सूची में तीन महिला उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं.
राज्य में आदिवासी समाज का संगठन सर्व आदिवासी समाज द्वारा गठित इस पार्टी ने पहले आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित सभी 29 सीटों सहित 50 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की घोषणा की थी. लेकिन पार्टी अब 60 से 70 सीटों पर चुनाव लड़ने का विचार कर रही है.
सर्व आदिवासी समाज के कार्यकारी अध्यक्ष बीएस रावटे ने एक संवाददाता सम्मेलन में सूची जारी की और कहा कि उनकी पार्टी 60 से 70 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना रही है. क्योंकि लोग स्वेच्छा से उनके साथ जुड़ रहे हैं और अधिक से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारने का आग्रह कर रहे हैं.
रावटे ने कहा कि लोग कांग्रेस और भाजपा से तंग आ चुके हैं. आदिवासी इलाकों के लोग उनकी पार्टी को जनादेश देंगे.
बीएस रावटे ने कहा कि हमें जीत या हार की चिंता नहीं है. अहम बात यह है कि हमने अपने अधिकारों के लिए और शोषण के खिलाफ लड़ाई शुरू कर दी है. पार्टी पहली बार चुनाव मैदान में उतरी है.
उन्होंने कहा कि पार्टी ने पूर्व आईपीएस अधिकारी और 2020 में पुलिस उप महानिरीक्षक पद से सेवानिवृत हुए अकबर राम कोर्राम को भानुप्रतापपुर से चुनाव मैदान में उतारा है. यह सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित है.
कोर्राम ने पिछले साल भानुप्रतापपुर सीट पर हुआ उपचुनाव लड़ा था. यह तत्कालीन विधायक और विधानसभा के उपाध्यक्ष मनोज मंडावी की मृत्यु के बाद खाली हो गई थी. उस उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार और मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी ने अपने प्रतिद्दंद्दी भाजपा के ब्रह्मानंद नेताम को 21,171 मतों से हरा दिया था. वहीं निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने वाले कोर्राम ने उपचुनाव में 23, 417 वोट हासिल किए थे.
रावटे ने बताया कि अन्य उम्मीदवारों में सूरजपुर जिला पंचायत की सदस्य गीता सोनहा को प्रतापपुर (एसटी) सीट से और स्कूल की पूर्व प्राचार्य भवानी सिंह सिदार को खरसिया सीट से चुनावी मैदान में उतारा गया है.
रावटे के मुताबिक ज्यादातर उम्मीदवार अपने क्षेत्रों के प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता हैं.
छत्तीसगढ़ के 90 निर्वाचन क्षेत्रों में से 29 एसटी के लिए और 10 एससी के लिए आरक्षित हैं. राज्य में दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को मतदान होगा. जबकि नतीजे बाकी चार राज्यों – मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिज़ोरम के साथ 3 दिसंबर को आएंगे.
2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 68 सीटें हासिल करके शानदार जीत दर्ज की थी और सरकार बनाई. वहीं भाजपा 15 सीटों पर सिमट गई थी जबकि जेसीसी (जे) को 5 और बहुजन समाज पार्टी को 2 सीटें मिली थी.
विधानसभा में कांग्रेस की मौजूदा ताकत 71 है.
(Representative image, Credit: PTI)