Mainbhibharat

छत्तीसगढ़: क्या है सीएम आदिवासी परब सम्मान निधि योजना? हर साल मिलेंगे 10 हजार

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी गुरुवार को एक दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ पहुंचीं. बस्तर के जगदलपुर में उन्होंने ‘मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना’ की शुरुआत की. इस योजना के तहत आदिवासी पर्व और त्यौहारों के गरिमामय आयोजन के लिए राज्य सरकार के द्वारा ग्राम पंचायतों को अनुदान दिया जाएगा.

योजना के शुभारंभ के मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बस्तर संभाग की 1840 ग्राम पंचायतों को पहली किस्त के रूप में पांच-पांच हजार रुपए भी जारी किए.

क्या है सीएम आदिवासी परब सम्मान निधि योजना

मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना के तहत अनुसूचित क्षेत्र के गांवों में जनजातियों के उत्सवों, त्यौहारों के मेला, मड़ई, जात्रा पर्व, सरना पूजा, देवगुड़ी, नवाखाई, छेरछेरा, अक्ती, हरेली आदि उत्सवों, त्यौहारों, संस्कृति को संरक्षित करने के उद्देश्य से प्रत्येक ग्राम पंचायत को प्रति वर्ष 10 हजार रूपए की अनुदान राशि दो किश्तों में जारी की जाएगी.

मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि का उद्देश्य आदिवासियों के तीज त्यौहारों की संस्कृति एवं परम्परा को संरक्षित करना है. साथ ही इन त्यौहारों, उत्सवों को मूल स्वरूप में आगामी पीढ़ी को हस्तांतरण और सांस्कृतिक परम्पराओं का अभिलेखन करना है.

बजट में किया गया था 5 करोड़ का प्रावधान

मुख्यमंत्री बघेल ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर आदिवासी समाज की संस्कृति और पर्वों की परंपरा के संरक्षण के लिए मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना की घोषणा की थी. वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में इस योजना के लिए 5 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है. यह योजना छत्तीसगढ़ के समस्त अनुसूचित क्षेत्र (अनुसूचित जनजाति विकासखण्ड) में लागू होगी.

इस योजना के लिए राजस्व अधिकारी अध्यक्ष होंगे। जबकि मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत इसके सदस्य और सचिव होंगे. गायता, पुजारी, सिरहा, गुनिया, बैगा सदस्य होंगे. ग्राम स्तरीय शासी निकाय में ग्राम के दो बुजुर्ग, दो महिला, ग्राम कोटवार, पटेल और ग्राम पंचायत के सचिव सदस्य होंगे.

ग्राम पंचायतों के किस प्रोग्राम में कितनी राशि का उपयोग किया जाना है, कौन-कौन से त्योहारों में इस राशि का उपयोग किया जाएगा, इसका फैसला यही समिति लेगी.

वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने भूपेश बघेल सरकार की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि मैं बस्तर पहली बार आई हूं लेकिन जिस तरह का प्रेम यहां के लोगों ने मुझे दिया उसके लिए सभी का धन्यवाद.

प्रियंका गांधी ने छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनावों का बिगुल फूंकते हुए कहा कि कांग्रेस ने पिछले कुछ वर्षों में आदिवासियों के गौरव को बहाल किया है और उन्हें सशक्त बनाया है.

प्रियंका ने कहा कि बस्तर अब एक “वैश्विक ब्रांड” है. उन्होंने कहा, “कभी माओवादी हिंसा के लिए जाना जाने वाला बस्तर अब अपनी कला, हस्तकला और खाद्य प्रसंस्करण के लिए देश-विदेश में नाम कमा रहा है.”

प्रियंका ने लोगों से फिर से कांग्रेस पार्टी के साथ अपना विश्वास बनाए रखने का आग्रह करते हुए कहा, “एक समय था जब लोग नक्सल के डर से छत्तीसगढ़ नहीं आना चाहते थे और अगर कोई आता था तो उनके घर लौटने तक उनके परिवार के सदस्य चिंता में रहते थे. जब पुलिस या माओवादियों की तरफ से फायरिंग होती थी तो गोलियों से आदिवासी का सीना छलनी हो जाता था. लेकिन अब बस्तर विकास के पथ पर अग्रसर है. हमने आदिवासियों की जमीन वापस की है, हम शिक्षा को बढ़ावा दे रहे हैं, युवाओं को रोजगार दे रहे हैं. यह आदिवासी महिलाओं, बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों का सम्मेलन है.”

विपक्षी दल बीजेपी पर हमला बोलते हुए प्रियंका ने कहा कि बीजेपी ने यहां 15 साल राज किया और आपने उन पर भरोसा किया. लेकिन वे आपके भरोसे पर खरे नहीं उतरे. बल्कि भय, भूख और भ्रष्टाचार के मुद्दे सामने आए और आपकी जमीनें छीन ली गईं. आपको ‘निर्भर’ (आश्रित) बनाया गया था, ‘आत्मानिर्भर’ नहीं. बीजेपी के लिए लोगों को लूटना, भ्रष्टाचार में लिप्त होना और लोगों के दर्द को नजरअंदाज करना सामान्य बात थी.

उन्होंने कहा कि लोगों के विश्वास को कुचला गया और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने वाली योजनाएं नहीं दी गईं लेकिन कांग्रेस सरकार ने उनका गौरव बहाल किया. इस सरकार ने लोगों के उत्थान और विकास के लिए चौबीसों घंटे काम किया है.

Exit mobile version