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कांग्रेस ने आदिवासियों का किया शोषण, मोदी ने दिया भारत को पहला आदिवासी राष्ट्रपति: अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर वोट के लिए आदिवासी समुदाय का शोषण करने का आरोप लगाया है. अमित शाह ने रविवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी ने आजादी के बाद से आदिवासियों का शोषण किया है जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को आदिवासी समुदाय का पहला राष्ट्रपति दिया है. वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का जिक्र कर रहे थे जो संथाल समुदाय से हैं.

शाह ने नर्मदा जिले के डेडियापाड़ा निर्वाचन क्षेत्र और तापी जिले की निजार विधानसभा सीट पर रैलियों को संबोधित किया. डेडियापाड़ा, जो अनुसूचित जनजाति (एसटी) समुदायों के लिए आरक्षित एक निर्वाचन क्षेत्र है वहां उन्होंने दर्शकों को बताया कि बीजेपी सरकार ने आदिवासी नायक बिरसा मुंडा की जयंती को आदिवासी गौरव दिवस के रूप में मनाना शुरू किया.

अमित शाह ने निजार में कहा, “नरेंद्र मोदी सरकार, चाहे वह गुजरात में हो या केंद्र में हमेशा आदिवासियों को गौरवान्वित करने की बात की है. आजादी के 75 साल बाद भी एक भी आदिवासी बेटी या लड़का राष्ट्रपति नहीं बना. लेकिन नरेंद्रभाई ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाया और पूरे देश में सभी आदिवासियों को गौरवान्वित किया गया.”

शाह ने कहा, ‘‘कांग्रेस को आदिवासी विकास का मतलब नहीं पता है. उसने आपस में लड़ाने के अलावा कुछ नहीं किया. बीजेपी के सत्ता में आने के बाद पिछले 20 सालों में किसी भी थाना क्षेत्र में एक जगह भी कर्फ्यू नहीं लगाया गया है.”

उन्होंने कहा, “गुजरात के लिए अपने आखिरी बजट में कांग्रेस (जब वह राज्य में सत्ता में थी) ने आदिवासियों के लिए 1,000 करोड़ रुपये निर्धारित किए थे. (जबकि) हमारे भूपेंद्रभाई (पटेल) ने हमारा आखिरी बजट पेश किया जिसमें आदिवासियों के लिए 1 लाख करोड़ रुपये रखे गए हैं.”

उन्होंने आगे कहा, “मैं कांग्रेस पार्टी से पूछना चाहता हूं… आपने 1970 के दशक में गरीबी उन्मूलन का नारा दिया था. आपने गरीबी नहीं मिटाई लेकिन गरीबों को मिटा दिया. गरीबी हटाने का काम नरेंद्रभाई (मोदी) ने किया है.”

बिरसा मुंडा के बारे में बोलते हुए अमित शाह ने कांग्रेस पर आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान की उपेक्षा करने और सिर्फ नेहरू-गांधी परिवार के बारे में सोचने का आरोप लगाया उन्होंने कहा, “भगवान बिरसा मुंडा से लेकर शंकर शाह, रघुनाथ शाह और टंट्या मामा तक कई स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेजों और मुगलों के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया और अपने प्राणों की आहुति दी लेकिन उनकी याद में कुछ भी नहीं बनाया गया. सब कुछ नेहरू-गांधी परिवार के लिए बनाया गया था. नरेंद्रभाई 10 आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के लिए संग्रहालय बना रहे हैं, जिनमें से एक गुजरात में 1,000 करोड़ रुपये में बनाया जा रहा है.”

अमित शाह ने आदिवासी समुदायों के कल्याण के लिए केंद्र और गुजरात में बीजेपी सरकारों की कई पहलों के बारे में बताया. उनमें से केंद्रीय मंत्री ने वन बंधु कल्याण योजना, सभी मौसम सड़क संपर्क, 33 लाख छात्रों को छात्रवृत्ति, वन अधिकार अधिनियम के तहत 13 लाख एकड़ भूमि का आवंटन, नौ औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान खोलने, राजपीपला में एक सरकारी मेडिकल कॉलेज खोलने और सिंचाई के लिए पानी की सुविधा के बारे में बताया.

(Photo Credit: BJP Gujarat Twitter Account)

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