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असम: टी ट्राइब कोविड की चपेट में, प्रसार रोकने के लिए उठाने होंगे ठोस क़दम

COVID-19 पूर्वी असम के टी बेल्ट में तेज़ी से फैल रहा है. राज्य के 803 प्रमुख चाय बागानों में से लगभग आधे इस बीमारी से प्रभावित हुए हैं.

असम के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के पास चाय बागानों के लिए अलग से डाटा नहीं है, लेकिन चाय मज़दूरों के संघों के मुताबिक़ लगभग 350 टी एस्टेट प्रभावित हुए हैं. इनमें 20 से ज़्यादा मज़दूरों की अब तक कोविड से मौत हो चुकी है.

एक अनुमान के अनुसार कोविड पॉज़िटिव होने वाले 6,200 मज़दूरों में से अधिकांश पांच-छह ज़िलों के बागानों से हैं. सबसे ज़्यादा प्रभावित होने वाले ज़िलों में तिनसुकिया, डिब्रूगढ़, विश्वनाथ, गोलाघाट और जोरहाट शामिल हैं.

चाय बागानों में कोविड का प्रसार चिंताजनक है. असम स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि सिर्फ़ 28 मई को इन पांच ज़िलों के चाय बागानों में से कोविड पॉज़िटिव होने वाले कुल 1,325 लोग थे.

ऑल असम टी ट्राइब्स स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AATTSA) के अध्यक्ष धीरज गोवाला कहते हैं कि कोविड टेस्ट के प्रति चाय बागान मज़दूरों का संकोच भी बढ़ते संक्रमण के लिए ज़िम्मेदार है.

असम के टी बेल्ट में 25 लाख लोग हैं, जिनमें से 10 लाख चाय बागानों में काम करते हैं. AATTSA के सदस्य अब बागानों का दौरा कर मज़दूरों को टेस्टिंग और वैक्सिनेशन के लिए प्रेरित कर रहे हैं.

सरकारी आंकड़ों के अनुसार 27,000 चाय बागान मज़दूरों को वैक्सीन की पहली डोज़ और 2,400 को दूसरी डोज़ दी जा चुकी है. सरकार से ऑफ़लाइन और ऑन-द-स्पॉट पंजीकरण की सुविधा के लिए अनुरोध भी किया गया है, ताकि वैक्सिनेशन प्रक्रिया तेज़ की जा सके.

राज्य सरकार ने वैक्सिनेशन के लिए ऑफ़लाइन पंजीकरण की सुविधा देने का निर्णय लिया है. असम के श्रम और चाय जनजाति कल्याण मंत्री संजय किशन, जो टी बेल्ट में महामारी की स्थिति की निगरानी कर रहे हैं, ने कहा कि 270 से ज़्यादा चाय बागानों में COVID देखभाल केंद्र स्थापित किए गए हैं.

हर चाय बागान में COVID प्रबंधन समिति भी बनाई है, जो लगातार अपडेट देती है और मज़दूरों को टेस्टिंग और वैक्सिनेशन की सलाह देती है.

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