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ओडिशा के पहले आदिवासी मुख्यमंत्री हेमानंद बिस्वाल का निधन

ओडिशा के पहले आदिवासी मुख्यमंत्री और राज्य के आखिरी कांग्रेस मुख्यमंत्री हेमानंद बिस्वाल का शुक्रवार को भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. वह 82 साल के थे.

झारसुगुडा जिले के भुइयां आदिवासी समुदाय के बिस्वाल 1989 से 1990, और 1999 से 2000 तक, दो बार ओडिशा के मुख्यमंत्री रहे. दिसंबर 1989 में, उन्होंने लोकसभा चुनावों में कांग्रेस (आई) के हारने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री जेबी पटनायक की जगह ली.

दिसंबर 1999 में, पूर्व मुख्यमंत्री गिरिधारी गमांग को सुपर साइक्लोन के बाद राहत और पुनर्वास कार्यों में उनकी विफलता की वजह से जब हटाया गया, तो बिस्वाल को फिर से मुख्यमंत्री बनाया गया था.

2000 के विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस को बीजेडी-बीजेपी गठबंधन ने हराया था, और तब से कांग्रेस पार्टी कभी भी सत्ता में वापस नहीं आ पाई है.

बिस्वाल ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत झारसुगुडा जिले में किरिमिरा पंचायत समिति के अध्यक्ष के रूप में की थी. वह पहली बार 1974 में लाइकेरा निर्वाचन क्षेत्र से ओडिशा विधानसभा के लिए चुने गए थे. वह एक ही सीट से छह बार विधायक के रूप में चुने गए. 2009 में वे सुंदरगढ़ से सांसद चुने गए.

1995 में वो जेबी पटनायक सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाया गए थे.

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने बिस्वाल के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि बिस्वाल जीवन भर कांग्रेस के आदर्शों के लिए खड़े रहे. पटनायक ने कहा, “कांग्रेस उन्हें बेहद याद करेगी.”

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