नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार को तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. राष्ट्रपति भवन में हुए भव्य समारोह में पीएम मोदी समेत 72 सांसदों ने मंत्री पद की शपथ ली. पीएम के अलावा 30 कैबिनेट मंत्री, पांच राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 36 राज्य मंत्रियों ने पद और गोपनीयती की शपथ ली.
पीएम मोदी के मंत्रीमंडल में 5 आदिवासी नेता भी शामिल किये गए हैं.
जुएल ओराम – जोएल ओराम ओडिशा के सुंदरगढ़ लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. उन्हें प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने देश का पहला आदिवासी मामलों का मंत्री बनाया था. जुएल ओराम छठी बार लोकसभा चुनाव जीते हैं.
इस बार का चुनाव उन्होंने 1.3 लाख वोटों से जीता है. लोकसभा चुनाव 2024 में ओडिशा में बीजेपी को शानदार सफलता मिली है. लेकिन साल 2014 में जुएल ओराम राज्य से अकेले सांसद थे. उस समय भी उन्हें नरेन्द्र मोदी सरकार में आदिवासी मामलों का मंत्री बनाया गया था.
जुएल ओराम एक साधारण आदिवासी परिवार से वास्ता रखते हैं और उन्होंने 1990 में अपने राजनीतिक सफ़र की शुरूआत की थी. इससे पहले वे BHEL में असिस्टेंट फोरमैन की नौकरी कर रहे थे.
सर्बानंद सोनोवाल – भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता और असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने भी रविवार को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली.सोनोवाल 2014 में बनी नरेंद्र मोदी की सरकार में दो साल तक खेल और युवा कल्याण मंत्रालय के राज्य मंत्री थे.
असम में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत की पटकथा लिखने और मुख्यमंत्री बनने से पहले वो केंद्रीय मंत्रिपरिषद में पूर्वोत्तर के एकमात्र प्रतिनिधि थे.वह बाद में मुख्यमंत्री पद त्याग कर 2021 में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री बने.सोनोवाल राज्य की सबसे प्रमुख क्षेत्रीय पार्टी असम गण परिषद में एक छात्र नेता रहने के बाद बीजेपी में शामिल हो गए.
वह असम के मुख्यमंत्री के रूप में मोदी की स्पष्ट पसंद थे,जब बीजेपी ने 2016 में पहली बार पूर्वोत्तर के इस राज्य में जीत हासिल की थी.मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल की सबसे कठिन परीक्षा नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई,जब ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (एएएसयू) के उनके पूर्व सहयोगियों ने उन पर देशज आबादी के हितों की रक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाया था.
श्रीपद नाइक – भारतीय जनता पार्टी ने गोवा से केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक को उत्तरी गोवा से प्रत्याशी बनाया था. नाइक तकरीबन 1 लाख वोटों से जीते हैं. नाइक ने कांग्रेस के उम्मीदवार रमाकांत खलप को हराया है.
2009 से ही श्रीपद नाइक इस सीट पर लगातार जीतते आ रहे हैं. 2009 से पहले उत्तरी गोवा सीट का नाम पणजी लोकसभा सीट हुआ करता था. साल 2000 में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में केंद्रीय मंत्री बनने वाले नायक का नाम बीजेपी के उन नेताओं में शामिल है जिसने दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी के साथ काम किया है.
वाजपेयी सरकार में नाइक को केन्द्री कृषि मंत्री बनाया गया था.
बाद में केंद्रीय जहाजरानी राज्य मंत्री भी बनाए गए. वायपेयी सरकार में तकरीबन एक साल तक नाइक ने देश के वित्त राज्य मंत्री के तौर पर भी काम किया है. नाइक को साल 2021 में एक हादसे का सामना करना पड़ा था जिसमें उन्होंने अपनी धर्मपत्नी को खो दिया.
मोदी सरकार में नाइक ने केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), संस्कृति मंत्रालय और पर्यटन मंत्रालय, केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी (आयुष) मंत्रालय को सभाल चुके हैं. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में भी नाइक को बीजेपी ने अहम जिम्मेदारी दी थी.
सावित्री ठाकुर – मध्य प्रदेश से आज सांसद सावित्री ठाकुर को मोदी सरकार की कैबिनेट में जगह मिली है. उन्होंने राज्य मंत्री, स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ ले ली है. लोकसभा की सांसद सावित्री ठाकुर धार जिले के धरमपुरी तहसील के ग्राम तारापुर की रहने वाली हैं. पहाड़ी में बसा हुआ यह एक छोटा सा गांव है.
सावित्री ठाकुर 46 साल की उम्र में वे दूसरी बार सांसद चुनी गई हैं. उन्होंने अपने सामाजिक जीवन की शुरुआत 1996 से की थी. वे एक स्वयंसेवी संस्था के माध्यम से जुड़ी और महिला समन्वयक के तौर पर धार, खरगोन और अन्य क्षेत्रों में आदिवासी और गरीब महिलाओं के उत्थान के लिए कार्य किया.
दुर्गादास उईके – मध्य प्रदेश के बैतूल से लोकसभा सांसद दुर्गादास उईके को भी मोदी कैबिनेट में जगह मिली है. दुर्गादास उइके का जन्म 29 अक्टूबर 1963 में ग्राम मीरापुर जिला बैतूल में हुआ था.
उनकी शैक्षणिक योग्यता एमए, बीएड है. पेशे से शिक्षक दुर्गादास उइके 2019 में इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए थे और पहली बार उन्हें भाजपा ने सांसद पद का प्रत्याशी बनाया था.
वह लंबे समय से गायत्री परिवार से भी जुड़े हुए हैं.