Site icon Mainbhibharat

मणिपुर में ताज़ा हिंसा, दिल्ली में कैंडल मार्च

मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में कुकी समूहों के संगठन इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) ने रविवार रात 17 नवंबर को आरोप लगाया कि प्रतिद्वंद्वी समुदाय के हमलावरों ने जिरीबाम में कम से कम पांच चर्च, एक स्कूल, एक पेट्रोल पंप और 14 आदिवासियों के घरों को जला दिया.

इस घटना की निंदा करते हुए आईटीएलएफ ने आरोप लगाया कि सुप्रीम कोर्ट ने जिरीबाम शहर में तैनात सुरक्षा बलों को मणिपुर में चल रहे संघर्ष के कारण छोड़ी गई इमारतों की सुरक्षा करने का आदेश दिया था लेकिन सुरक्षा बल उच्चतम न्यायालय के आदेश का पालन करने में विफल रहे हैं.

इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) ने दावा किया कि जब शनिवार रात को जिरीबाम में चरमपंथियों ने आगज़नी की इस घटना को अंजाम दिया तब सुरक्षा बलों ने कोई हस्तक्षेप नहीं किया जबकि वे घटनास्थल के पास ही मौजूद थे.

आईटीएलएफ ने कहा कि अब तक मणिपुर में 360 से अधिक चर्चों को निशाना बनाया गया है, जो धार्मिक भेदभाव और आदिवासी समुदाय को कमजोर करने का प्रयास है.

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि चरमपंथियों ने ज़ैरावन गांव पर हमला कर एक महिला की हत्या कर दी और एक अन्य व्यक्ति हाओजोल डौंगल का शव बरामद हुआ

आईटीएलएफ ने मणिपुर सरकार पर बहुसंख्यक समुदाय का समर्थन करने और हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया. संगठन ने केंद्र सरकार से मांग की कि उग्रवादी समूहों पर सख्त कार्रवाई की जाए और राज्य में हिंसा को रोका जाए.

उन्होंने चेतावनी दी कि अगर हिंसा पर तुरंत रोक नहीं लगाई गई तो कुकी-जो समुदाय आत्मरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने को मजबूर होगा. साथ ही उन्होंने मणिपुर में स्थायी शांति के लिए एक दीर्घकालिक राजनीतिक समाधान की मांग की.

इस बीच मणिपुर में जारी जातीय हिंसा के विरोध में भारतीय युवा कांग्रेस (Indian Youth Congress) ने रविवार यानि 17 नवंबर को एक कैंडल मार्च का आयोजन किया.

यह प्रदर्शन मणिपुर हिंसा पर सरकार के निष्क्रिय रवैये के खिलाफ किया गया.

भारतीय युवा कांग्रेस ने कहा कि मणिपुर में शांति स्थापित करने के लिए केंद्र सरकार को तुरंत कदम उठाने चाहिए.

युवाओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मणिपुर में बढ़ती हिंसा और निर्दोष नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए इस कैंडल मार्च का आयोजन किया.

भारतीय युवा कांग्रेस  के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने नई दिल्ली के रायसीना रोड स्थित आईवाईसी कार्यालय से कैंडल मार्च शुरू किया और मणिपुर में जातीय हिंसा के बारे में अपनी आवाज बुलंद करने के लिए जंतर-मंतर की ओर बढ़ रहे थे. हालांकि पुलिस ने उन्हें जंतर-मंतर तक पहुंचने से पहले ही रोक दिया.

भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिब ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री देश और विदेश के दौरे कर रहे हैं, लेकिन अब तक मणिपुर में हो रही हिंसा पर ध्यान नहीं दिया गया.

उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि मणिपुर में सुरक्षा और शांति सुनिश्चित की जाए.

Exit mobile version