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आदिवासी क्षेत्र का सर्वांगीण विकास राज्य सरकार की प्राथमिकता : अशोक गहलोत

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को कहा कि राज्य सरकार आदिवासी क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है और सरकार द्वारा आदिवासी क्षेत्र के हित को ध्यान में रखकर ही योजनाएं तैयार की जा रही है.

गहलोत उदयपुर के मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में आयोजित 10वें अंचल स्तरीय जनजाति प्रतिभा सम्मान समारोह और सर्व समाज शिक्षक गौरव समारोह- 2022 को संबोधित कर रहे थे.

समारोह के दौरान गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार आदिवासियों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने अनुप्रीति योजना का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार विदेशों में उच्च शिक्षा के लिए युवाओं को हर संभव सहायता प्रदान कर रही है.

उन्होंने कहा कि हम लगभग 20,000 छात्रों को मुफ्त कोचिंग प्रदान कर रहे हैं. गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार की कई योजनाएं अनूठी हैं. स्वास्थ्य का अधिकार बिल कांग्रेस सरकार द्वारा लाया गया है और लगभग 2 लाख परिवार चिरंजीवी योजना से लाभान्वित हुए हैं. चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के माध्यम से हर परिवार को दस लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा दिया गया है जो देशभर में पहला उदाहरण है. उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं को गरीबों और जरूरतमंदों तक पहुंचाना जरूरी है.

मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि सरकार 500 रुपये में गैस सिलेंडर उपलब्ध कराएगी. 8 लाख किसानों का बिजली बिल अब शून्य है और राज्य में 38 लाख लोगों को इसका लाभ मिला है.

मुख्यमंत्री ने प्रतिभाओं को सम्मानित करते हुए राज्य सरकार द्वारा पिछले चार सालों में किए गए जनकल्याणकारी कार्यों को साझा किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि आप मांगते-मांगते थक जाएंगे पर मैं देते-देते नहीं थकूंगा, मेरी जिंदगी का एक-एक क्षण आपके लिए है.

समारोह के दौरान सीएम अशोक गहलोत ने प्रतिभाशाली आदिवासी बच्चों और शिक्षकों को सम्मानित किया.

मुख्यमंत्री ने उदयपुर के कलेक्टर ताराचंद मीणा को मानगढ़ धाम गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया. उन्होंने दुर्गाराम मुवाल और महेंद्र कुमार मीणा को नाना भाई खांट शिक्षक गौरव पुरस्कार से, डॉ किरण मीणा को आदिकवि महर्षि वाल्मीकि गौरव पुरस्कार, बाल विकास परियोजना अधिकारी दीपिका मीणा को मेवाड़ वीर राणा पुंजा भील प्रतिभा पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

पवन पुत्र निःशुल्क कोचिंग संस्था के संचालक रणवीर ठोलिया को वीर शहीद नानक भाई भील सामाजिक नेतृत्व पुरस्कार, डॉ सुनील मीणा को वीर बालक एकलव्य पुरस्कार, राज कलासुआ को शहीद जनजाति वीर बाला कालीबाई पुरस्कार तथा दृष्टिहीन क्रिकेट में अपना लोहा मनवाने वाले ललित मीणा को धनुर्धर लिंबाराम पुरस्कार से सम्मानित किया.

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