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गुजरात: विदेशी फंड से 100 से ज्यादा आदिवासियों के धर्मांतरण के आरोप में 9 लोगों पर FIR

गुजरात के भरूच जिले में आदिवासियों को पैसे का लालच दे कर धर्मांतरण का मामला सामने आया है. इस्लाम में धर्म परिवर्तन करवाने के लिए विदेश में एकत्रित धन का इस्तेमाल करने के मामले में लंदन में रहने वाले एक व्यक्ति सहित नौ लोगों के खिलाफ एफ़आईआर दर्ज की गई है.

आमोद थाना के एक अधिकारी ने बताया कि भरूच जिले के कांकरिया गांव के 37 परिवारों के 100 से ज़्यादा आदिवासियों को पैसे और दूसरे लालच देकर उनका धर्म बदलने के लिए कहा गया. पुलिस का कहना है कि आदिवासी वसावा हिंदू समुदाय से थे.

भरूच पुलिस के मुताबिक घटना का खुलासा एक आमोद निवासी की शिकायत के बाद हुआ जिसका धर्म परिवर्तन कर दिया गया था.

भरूच पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, “आरोपी लोगों ने कमजोर आर्थिक स्थिति और आदिवासी समुदाय के सदस्यों की अशिक्षा का फायदा उठाकर इस्लाम धर्म अपनाने का लालच दिया.’’

पुलिस अधिकारी ने कहा कि सभी नौ आरोपी स्थानीय निवासी हैं. एक आरोपी फ़िलहाल लंदन में रह रहा है और उसकी पहचान फेफदवाला हाजी अब्दुल के रूप में हुई है, जिसने इस उद्देश्य के लिए विदेश से धन इकट्ठा किया था.

पुलिस ने बताया कि नौ लोगों के खिलाफ गुजरात धर्म की स्वतंत्रता (संशोधन) कानून (Gujarat Freedom of Religion (Amendment) Act) के साथ भारतीय दंड संहिता की धारा 120 (बी) (आपराधिक साजिश),153 (बी)(सी) (वैमनस्यता फैलाने की आशंका) और 506 (2) (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है.

आरोपियों की पहचान शब्बीर बेकरीवाला, समद बेकरीवाला, अब्दुल अजीज पटेल, यूसुफ पटेल, अयूब पटेल, इब्राहिम पटेल, फेफदवाला हाजी अब्दुल्ला, हसन टिसली और इस्माइल अछोडवाला के रूप में हुई है.

भरूच जिले के पुलिस अधीक्षक आरवी चुडास्मा ने कहा, “आरोपी ने विदेशी फंड का इस्तेमाल कर लोगों को लुभाया. शिकायतकर्ता भी (कथित) धर्मांतरण का शिकार हुआ था. उन्होंने 15 अन्य लोगों के नाम बताए हैं. हम सबूत इकट्ठा कर रहे हैं.”

भरूच पुलिस ने एक बयान में कहा, “मुस्लिम कट्टरपंथियों द्वारा विदेशों से एकत्र किए गए धन का इस्तेमाल करके अवैध धार्मिक रूपांतरण गतिविधि गांव में लंबे समय से चल रही है. आरोपी व्यक्तियों ने वसावा हिंदू समुदाय के सदस्यों को दो समुदायों के सदस्यों के बीच दुश्मनी फैलाने और शांति को प्रभावित करने के लिए रची गई आपराधिक साजिश में शामिल होकर उन्हें धोखाधड़ी से धर्म परिवर्तन करने के लिए पैसे और अन्य मदद की पेशकश की.”

(तस्वीर प्रतीकात्मक है)

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