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केरल: अट्टापडी में फिर से हुआ आदिवासी बच्ची की मौत, कुपोषण हो सकती है वज़ह

केरल (Kerala) के अट्टापडी (Attapadi) के कोटाधारा (Kottathara) में दस दिन के नवजात शिशु (Newborn baby) की मौत हो गई. बच्ची के माता पिता का नाम मिनाश्री और श्रीनाथ बताया जा रहा है.

22 अक्टूबर को कोयंबटूर के ट्राइबल स्पेशल हॉस्पिटल (tribal special hospital) में बच्ची का जन्म हुआ था. जब बच्ची के द्वारा कोई भी हलचल नहीं हुई तो माता पिता ने 25 अक्टूबर को फिर से उसे अस्पताल में भर्ती कर दिया.

वहां डॉक्टरों ने ये फैसला किया की बच्ची को स्पेशल ट्रीटमेंट की आवश्यकता है. जिसके लिए नवजात शिशु को उसी दिन कोयंबटूर के मेडिकल हॉस्पिटल में भर्ती कर दिया गया.

इस सिलसिले में पलक्कड़ ज़िले के अधिकारी ने बताया की इलाज के दौरान ही बच्ची की 26 अक्टूबर को मौत हो गई.
बच्ची का वजन महज 1.8 किलो था. जो सीधे सीधे कुपोषण की ओर संकेत करता है

हालांकि ट्राइबल स्पेशल हॉस्पिटल के अधीक्षक, डॉ. एमएस पद्मनाभन ने कहा, “ बच्ची का वज़न बेहद कम था. लेकिन डिलीवरी के दो दिन बाद बच्ची का वजन बढ़ने लगा था. 25 अक्टूबर, बुधवार को बच्ची के माता पिता ने उसे फिर से भर्ती किया था.”

हमने उसे तुरंत ऑक्सिजन और अन्य ट्रीटमेंट दिए थे और बाद में उसे स्पेशल ट्रीटमेंट के लिए कोयंबटूर के ट्राइबल स्पेशल हॉस्पिटल में भर्ती कराने के लिए भेज दिया था.


दूसरे हॉस्पिटल से मिली जानकारी के मुताबिक बच्ची की मौत इंफेक्शन के कारण हुई है. लेकिन इस बात को नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता की बच्ची अंडरवेट थी. ज्यादातर अंडरवेट बच्चों में कुपोषण के लक्षण देखने को मिलते हैं.


अट्टापडी में 40 प्रतिशत बच्चे है कुपोषित

आईसीएमआर-एनआईएन द्वारा की गई स्टडी के अनुसार 0-59 महीने के बच्चों में कुपोषण, बौनापन और कमजोरी जैसे कई बीमारियां देखने को मिली है.

स्टडी के अनुसार 48.3 प्रतिशत अट्टापडी में बच्चे कुपोषण से जूझ रहे हैं. वहीं 40.9 प्रतिशत बच्चे बौनेपन और 27.4 प्रतिशत कमजोरी से पीड़ित है.

यह आकंड़े ही बता रहे हैं की अट्टापडी में आदिवासी बच्चे आज भी कुपोषण और कई अन्य समस्याओं से जूझ रहे हैं.

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