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झारखंड: घर में अकेली 15 साल की आदिवासी लड़की से रेप, घरवाले खेतों में कर रहे थे काम

झारखंड में महिलाओं के साथ लगातार आपराधिक वारदातें बढ़ रही हैं. भले ही पुलिस अपराध पर लगाम लगाने की तमाम कोशिशें कर रही हो लेकिन जमीनी स्तर पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर किए गए प्रयास खोखले ही साबित हो रहे हैं. राजधानी रांची से एक नया मामला सामने आया है.

यहां 15 साल की आदिवासी लड़की के साथ उसके घर में घुसकर एक व्यक्ति ने कथित तौर पर बलात्कार किया है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. रांची के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) नौशाद आलम ने बताया कि पीड़िता ने नारकोपी थाने में शिकायत दर्ज कराई है जिसके बाद 26 वर्षीय आरोपी को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया है.

नारकोपी थाना प्रभारी अविनाश कुमार ने बताया कि घटना रविवार दोपहर की है जब लड़की घर में अकेली थी. परिवार के लोग पास के खेतों पर काम करने गए हुए थे. पुलिस का कहना है कि इस मामले में जांच जारी है.

वहीं इस घटना का जिक्र करते हुए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि, झारखंड में हैवानियत की हद रूकने का का नाम नहीं ले रही है.

बाबूलाल मरांडी ने ट्विटर पर लिखा, ”झारखंड में हैवानियत की हद रुकने का का नाम नहीं ले रही. 28 अगस्त को नरकोपी, रांची में एक 15 साल की आदिवासी नाबालिग लड़की के साथ 23 साल के सहरूद्दीन अंसारी ने उसके घर में घुसकर दिनदहाड़े जबरन पटककर बलात्कार किया. लड़की की शिकायत काफी विचलित करने वाली है.”

इस बीच एक अन्य घटना में झारखंड की निलंबित बीजेपी नेता सीमा पात्रा पर आदिवासी घरेलू सहायिका को प्रताड़ित करने का आरोप है. सीमा पर आरोप है कि उन्होंने एक विकलांग आदिवासी लड़की को अपने घर में बंधक बनाकर रखा था और आठ सालों से लगातार अत्याचार कर रही थीं. हालांकि इन आरोपों के बाद सीमा पात्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है.

यह मामला तब सामने आया जब सुनीता के रूप में पहचानी गई घरेलू सहायिका को 22 अगस्त को सीमा पात्रा के आवास से छुड़ाया गया था. सुनीता एक आदिवासी महिला है जो झारखंड के गुमला जिले के एक गांव की रहने वाली है.

झारखंड सरकार के एक अधिकारी की गुप्त सूचना के बाद रांची पुलिस ने सुनीता को भाजपा नेता के अशोक नगर स्थित आवास से छुड़ाया.

वहीं सीमा पात्रा बीजेपी की महिला विंग की राष्ट्रीय कार्यसमिति की सदस्य थीं. इसके साथ-साथ वो बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की राज्य संयोजक भी थीं. सीमा पात्रा के पति पूर्व आईएएस अधिकारी हैं. सीमा पात्रा के पति पूर्व आईएएस अधिकारी हैं बावजूद इसके उनके घर में ये प्रताड़ना सालों से जारी थी.

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