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केरल: पुलिस ने आदिवासी लड़के को बेरहमी से पीटा, परिवार पर शिकायत वापस लेने का बनाया दबाव

एक आदिवासी लड़के के परिवार ने शुक्रवार को तिरुवंबादी पुलिस और चाइल्डलाइन में शिकायत दर्ज कराई कि तीन पुलिसकर्मियों ने उनके बेटे के साथ बेरहमी से मारपीट की है.

दरअसल, कक्कड़मपोयिल में अकाम्बुझा कॉलोनी के 14 वर्षीय लड़के ने शिकायत की कि पुलिस ने 20 दिसंबर को कट्टंगल में उसके चाचा के आवास पर उसके साथ शारीरिक उत्पीड़न किया.

लड़के के परिवार द्वारा शिकायत दर्ज कराने के कुछ मिनट बाद आरोपी पुलिसकर्मी उनके पास आए और सुलह का अनुरोध किया. साथ ही पैसे की पेशकश की और मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए भी मदद की पेशकश की.

कुन्नामंगलम स्टेशन के पुलिस अधिकारियों ने तिरुवंबादी स्टेशन पर लड़के और उसके परिवार से मुलाकात की, जहां वे शिकायत दर्ज करने गए थे और बयान दर्ज किया.

लड़के ने कहा, “पुलिसकर्मियों ने मुझ पर अपना बयान बदलने के लिए दबाव डाला. उन्होंने दावा किया कि मेरे साथ मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों में से एक मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित था. मैंने उनसे पूछा कि क्या ऐसे लोगों को पुलिस विभाग में काम पर रखा जाता है.”

लड़का, जो वर्तमान में कांतिलप्परा, कक्कड़मपोयिल में अपने पिता के साथ रह रहा है. वो एनआईटी के पास कट्टंगल के पलाचुवत्तिल में अपने मामा के घर गया था क्योंकि उसके पिता को नीलांबुर में काम के लिए घर से दूर रहना पड़ता है. वहीं उसकी मां कस्बे में एक परिवार के घर घरेलू कामकाज में मदद करती है.

लड़के के बयान के मुताबिक, लड़के और उसके मामा के बीच बहस के बाद हंगामा होने पर उसके मामा की पत्नी ने कुन्नमंगलम पुलिस को बुलाया.

लड़के के पिता ने घटना के बारे में बताया कि 20 दिसंबर को कक्कड़मपोयिल के एक स्कूल में पढ़ने वाले उनके लड़के को सत्रीय परीक्षा के कारण अपने मामा के घर पहुंचने में देर हो गई. जब वह घर पहुंचा तो उसके मामा, जो कथित तौर पर शराब के नशे में थे, गुस्सा हो गए और लड़के को बुरी तरह डांटना शुरू कर दिया.

उन्होंने कहा कि कथित तौर पर दोनों के बीच बहस हो गई जिसके बाद हाथापाई शुरू हो गई. यह देख मामा की पत्नी ने पुलिस बुला ली. तभी कुन्नमंगलम स्टेशन के तीन पुलिस अधिकारी घर पहुंचे और लड़के से बिना पूछताछ किए उसके साथ बेरहमी से मारपीट की.

गुरुवार को उसके माता-पिता उसे प्राथमिक उपचार के लिए कुन्नमंगलम के एक क्लिनिक में ले गए. जैसे ही उन्होंने अपने लड़के को बेचैनी होने की शिकायत की, उन्हें आगे की जांच के लिए शुक्रवार को मुक्कम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया.

लड़के के पिता ने बताया, “पुलिस ने उसके साथ बेरहमी से मारपीट की. उसे फर्श पर घसीटा. जब उन्हें पता चला कि हम आदिवासी समुदाय से हैं तो उन्होंने इसे रोक दिया.”

लड़के के पिता आदिवासी समुदाय से हैं जबकि मां और उसका भाई अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय से हैं.

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