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मध्य प्रदेश: बैतूल में आदिवासी को निर्वस्त्र कर उल्टा लटकाया, फिर बेल्ट से पीटा गया

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बैतूल (Betul) में दो दिन पहले आदिवासी के साथ मारपीट का मामला अभी थमा भी नहीं था कि जिले में आदिवासियों के खिलाफ बढ़ते अपराधों (Crime Against Tribals) में एक और ऐसा ही मामला जुड़ गया है.

दरअसल, जिले में एक आदिवासी को कथित तौर पर निर्वस्त्र किया गया, छत से उल्टा लटका दिया गया. फिर शख्स को बेल्ट और लाठियों से पीटा गया. मंगलवार को घटना का एक वीडियो वायरल होने के बाद आदिवासी शख्स ने स्थानीय पुलिस स्टेशन से संपर्क किया, जिसके बाद दो लोगों को गिरफ्तार किया गया.

वीडियो करीब तीन महीने पुराना बताया जा रहा है. फूड स्टॉल चलाने वाले पीड़ित ने कहा कि आरोपी पैसे वसूलने की कोशिश कर रहे थे और जब उसने साप्ताहिक भुगतान की उनकी मांग को अस्वीकार कर दिया तो उसके साथ मारपीट की गई.

बैतूल के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी ने कहा, “घटना का वीडियो वायरल होने के बाद स्थानीय पुलिस ने मामले का संज्ञान लिया. संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. यह घटना कुछ स्थानीय प्रतिद्वंद्विता के कारण हुई थी.”

आदिवासी शख्स के मुताबिक, 16 नवंबर, 2023 को उसका दोस्त रिंकेश चौहान उसे बैतूल ले गया. जहां उसे चैनत उर्फ सोहराब नामक एक व्यक्ति के घर ले जाया गया, जो पांच या छह अन्य लोगों के साथ मौजूद था.

शख्स ने मीडिया को बताया, “उन्होंने मुझे धमकी दी और मेरे सारे कपड़े उतार दिए. इसके बाद मुझे छत से लटका दिया गया. वे मुझे काफी देर तक बेल्ट और डंडों से पीटते रहे.”

शख्स ने आरोप लगाया कि आरोपी उन पर हर हफ्ते भुगतान करने का दबाव बनाते रहे. जबकि मैं कहता रहा कि मेरी एक छोटी सी दुकान है और भुगतान करने में असमर्थ हूं.

वहीं पीड़ित के भाई ने कहा कि आदिवासी समाज के युवकों के साथ में आए दिन इस तरह के कृत्य हो रहे हैं जिस पर लगाम लगनी चाहिए. आपराधिक तत्व लगातार आदिवासी समाज के साथ अत्याचार कर रहे हैं. मेरे भाई के साथ भी बेरहमी से मारपीट की गई है.

दो दिन पहले भी बैतूल जिले से एक ऐसा ही मामला सामने आया था, जिसका वीडियो वायरल हुआ था. वीडियो में आरोपी एक आदिवासी युवक के साथ मारपीट और गाली गलौज करते नजर आ रहे थे. इसके साथ ही आरोपियों ने आदिवासी युवक को मुर्गा भी बनाया और इस दौरान भी उसके साथ मारपीट की. वीडियो में पीड़ित युवक के चेहरे से खून भी निकलता दिखाई दिया था.

इन घटनाओं के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री मोहन यादव से इस्तीफा मांगा है.

जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “सवाल यह भी है कि सिर्फ आदिवासी ही निशाने पर क्यों हैं? क्या आदिवासी समुदाय से आपकी व्यक्तिगत राजनीतिक दुश्मनी है? या फिर वंचित वर्ग को परेशान करने का ठेका @ BJP4MP ने ले लिया है? सुनियोजित अपराध मध्य प्रदेश की पहचान बन गए हैं और उन पर नियंत्रण न करके आप ‘असफल मुख्यमंत्री’ के रूप में अपनी पहचान बना रहे हैं!”

मध्य प्रदेश में चुनाव से पहले जब एक आदिवासी युवक पर बीजेपी के कार्यकर्ता के बेटे ने पेशाब किया था तो मुख्यमंत्री ने उस आदिवासी युवक से माफ़ी मांगी थी.

उस आदिवासी युवक को तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने घर बुला कर उनके पैर धोए थे. लेकिन उनके पैरा धोने से आदिवासियों के प्रति भेदभाव कम हुआ हो, ऐसा नहीं लगता है.

इसलिए यह बेहद ज़रूरी है कि आदिवासियों पर अत्याचार के मामलों में क़ानूनी कार्रवाई संजीदगी से की जाए. जिससे एक मिसाल कायम हो सके.

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