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मणिपुर: कुकी आदिवासी संगठन क्रिसमस के दौरान पहाड़ी, घाटी जिलों के बीच बॉर्डर सील करेगा

मणिपुर (Manipur) के चुराचांदपुर (Churachandpur) में आदिवासी कुकी समूहों (Kuki groups) के एक छत्र संगठन, इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (ITLF) ने पहाड़ी जिलों में क्रिसमस सेलिब्रेशन को बाधित करने के लिए कुछ शरारती तत्वों के कथित प्रयासों को रोकने के लिए 23 दिसंबर, 2023 से 5 जनवरी, 2024 के बीच मणिपुर में पहाड़ी और घाटी जिलों के बीच बॉर्डर को सील करने की घोषणा की है.

कुकी बहुल पहाड़ी जिलों में ईसाई बहुसंख्यक आबादी है, जो क्रिसमस की तैयारी कर रही है. एनडीटीवी के मुताबिक, आईटीएलएफ ने शुक्रवार, 22 दिसंबर को एक बयान में कहा, “आईटीएलएफ आम जनता को सूचित करना चाहता है कि चुराचांदपुर जिले और बिष्णुपुर के भीतर सभी सीमाओं को सुरक्षा कारणों से सील कर दिया जाएगा.”

बयान में कहा गया है कि आईटीएलएफ को क्रिसमस सीजन को बाधित करने के लिए “एक खतरे के बारे में खुफिया जानकारी” मिली है.

बयान में कहा गया है, “23 दिसंबर से 5 जनवरी तक जिले के सभी गैर-आदिवासियों को जिले से बाहर जाने की अनुमति नहीं है और बाहर के गैर-आदिवासियों को जिले के अंदर आने की अनुमति नहीं है.”

आईटीएलएफ की घोषणा मणिपुर सरकार द्वारा एक बयान जारी करने के एक दिन बाद आई है जिसमें कहा गया था कि इम्फाल से कांगपोकपी जिले के माध्यम से चुराचांदपुर और माओ तक दो प्रमुख हाईवे और रूट अब चालू हैं.

मणिपुर गृह विभाग के एक बयान में कहा गया था, “यह सभी की जानकारी के लिए है कि इम्फाल – कांगपोकपी – माओ हाईवे और इम्फाल बिष्णुपुर – चुराचांदपुर हाईवे चालू हैं और सभी के उपयोग के लिए खुले हैं. हाईवे का उपयोग करने वाले लोगों की सुविधा और सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं.”

आईटीएलएफ का निर्णय राज्य सरकार को अधिक बल तैनात करने और मार्ग खोलने से रोकेगा.

यहां तक कि कांगपोकी जिले में स्थानीय कुकी समूहों ने भी, जो चुराचांदपुर के विपरीत दिशा में है और बीच में इंफाल घाटी है, वहां तालाबंदी की घोषणा की है.

आईटीएलएफ का बयान चल रहे जातीय संघर्षों के शिकार 87 कुकी-ज़ो पीड़ितों के शवों को चुराचांदपुर जिले में एक ही स्थान पर दफनाए जाने और इस सप्ताह की शुरुआत में हुई हालिया झड़पों के बाद आया है.  

मणिपुर के महत्व को स्वीकार करने के लिए CM ने PM का धन्यवाद किया

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने शुक्रवार को मणिपुर के महत्व को स्वीकार करने और राज्य की राजधानी इंफाल के नाम पर नौसेना के एक युद्ध युद्धपोत का नाम रखने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया.

स्टील्थ निर्देशित मिसाइल विध्वंसक आईएनएस इंफाल नौसेना की सेवा में शामिल करने के लिए आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए बीरेन सिंह ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सभी नौसेना अधिकारियों को भी इस पहल के लिए धन्यवाद दिया.

सीएम बीरेन ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यह सभी मणिपुरियों के लिए गर्व का क्षण है और हम मजबूत और एकजुट भारत के लिए साथ खड़े हैं. मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मणिपुर के महत्व को स्वीकार करने और युद्धपोत का नाम इंफाल पर रखने के लिए धन्यवाद देता हूं.’’

वहीं मणिपुर में जारी जातीय तनाव के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में शांति बहाल की जा रही है.

सिंह ने कहा, ‘‘मैं जनता से अपील करता हूं कि ऐसी कोई स्थिति पैदा नहीं करें जिससे भ्रम पैदा हो और सरकार पर भरोसा रखें.’’

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