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मणिपुर में आदिवासी आंदोलन के सामने झुकी सरकार

मणिपुर में आदिवासी संगठन The All Tribal Students’ Union को एक बड़ी सफलता हासिल हुई है. यह संगठन राज्य में कई दिनों से आंदोलन कर रहा था. इस आंदोलन के ज़रिए इस संगठन की मांग थी कि राज्य में ऑटोनॉमस डिस्ट्रिक्ट काउंसिल (ADC) के चुनाव तुरंत कराए जाएं. 

इस सिलसिले में कल यानि गुरूवार रात को सरकार और आदिवासी संगठन के बीच सहमति बन गई. इस सहमति के आधार पर सरकार और आदिवासी संगठन के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं. इस समझौते के अनुसार सरकार ज़िला स्वायत्त परिषद के चुनवा 5 मई से 25 जून के बीच करवाएगी. 

ज़िला स्वायत्त परिषदों के चुनवा की मांग के लिए दी ऑल ऑल ट्राइबल स्टुडेन्ट्स यूनियन ने आंदोलन शुरू किया था. इस दैरान इस संगठन के कई नेताओं को पुलिस ने ग़िरफ़्तार कर लिया था. आदिवासी संगठन और सरकार के बीच समझौते के तहत इन कार्यकर्ताओं और नेताओं को भी रिहा कर दिया गया है. 

बुधवार को सरकार की तरफ़ से तीन मंत्री शामिल हुए थे. आदिवासी संगठन और सरकार के बीच बैठक राज्य के खेल और युवा मामलों के मंत्री लेतपाओ हाओकिप (Letpao Haokip) के घर पर हुई. इस बैठक में खेल मंत्री के अलावा दो आदिवासी मंत्री और शामिल थे.

स्वायत्त ज़िला परिषद के चुनवा पिछले साल जून महीने में होने थे. लेकिन राज्य सरकार ने इन चुनावों को टालने का फ़ैसला किया था.  

The All Tribal Student’s Union मणिपुर के आदिवासियों का सर्वोच्च संगठन माना जाता है. इस संगठन ने जब आंदोलन शुरू हुआ था तो ज़्यादातर आदिवासी संगठनों ने इस आंदोलन का समर्थन किया था. आंदोलन को समर्थन देने वाले संगठनों में कुकी स्टूडेन्ट्स ऑर्गेनाइजेशन और ऑल नागा स्टूडेन्ट्स एसोसिएशन शामिल थे. 

इन संगठनों ने पिछले मंगलवार को मणिपुर में पूर्ण बंद का कॉल दिया था. इन संगठनों के आह्वान पर बुलाया गया बंद लगभग पूरी तरह से लागू हुआ था. इसके बाद सरकार दबाव में आई और इन संगठनों की मांग को मान लिया गया. 

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