Mainbhibharat

झारखंड: धनबाद में नाबालिग आदिवासी लड़की से सामूहिक दुर्ष्कम

झारखंड( Jharkhand) के धनबाद ज़िले में नाबालिग आदिवासी लड़की (minor tribal girl) से सामूहिक दुर्ष्कम का मामला सामने आया है. 22 सितंबर गुरुवार को लटानी गाँव के दो युवकों ने लड़की के साथ ज़बरन दुर्ष्कम किया. इन दोनों आरोपियों का नाम संतोष कुमार और बिरू कुमार बताया जा रहा है.

पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपी युवकों को पकड़ लिया है. घटनास्थल लड़की के घर से आधी किलोमीटर की दूरी में बताया जा रहा है.घटना के समय लड़की के साथ उसकी 10 साल की छोटी बहन भी मौजूद थी. जो डर से घटनास्थल से भागी और घर वालों को मामले के बारे में सूचित किया.

दुख की बात ये है की इस पूरी घटना को दिन के उज़ाले में अंजाम दिया गया. तो क्या झारखंड में आदिवासी महिलाएं अब दिन में भी सुरक्षित नहीं है?

घटना के समय

नाबालिग अपनी 10 साल की बहन के साथ भूतगड़िया के आसपास जंगलों में लकड़ी चुनने के लिए जा रही थी. तभी वहां दो युवक संतोष और बिरू मोटरसाइकिल में पहुंचे और युवती के मुंह में कपड़ा डालकर उसे वहां से ले गए. फिर उसके साथ दुर्ष्कम किया और बाद में वो युवती को घटनास्थल पर छोड़कर वहां से भाग गए.

वहीं युवती की छोटी बहन घर की ओर भागी और परिवार वालों को इस दुर्घटना के बारे में सारी जानकारी दी.

बच्चों के पिता उस वक्त मजूदरी के लिए निकले थे. इसलिए दुर्घटना के कुछ घंटे बाद ही घर की महिलाओं ने पूर्वी टुंडी पूलिस थाने में जाकर शिकायत दर्ज़ की.

पूर्वी टुंडी के थाना अध्यक्ष प्रभारी कृष्ण कुमार ने बताया कि पीड़िता के अनुसार मामले को लिखित में दर्ज किया गया है. यह पूरा मामला पोक्सो एक्ट के अंतर्गत दर्ज किया जाएगा. साथ ही पीड़िता की मेडिकल जांच भी कराई जाएगी. इसके अलावा पीड़िता के आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया है.

उम्मीद है की आरोपियों को सख्त से सख्त सज़ा दी जाएगी.

लेकिन क्या अब पीड़िता समाज की सोच से लड़ पाएगी? आज पूरे देश में महिलाओं के अधिकार की बात की जा रही है लेकिन आज़ादी के इतने साल बाद भी देश की महिलाएं सुरक्षित नहीं है.

आदिवासी नाबालिग भाग्यशाली रही क्योंकि उसकी रिपोर्ट तो दर्ज़ कराई गई लेकिन ऐसी कई युवती और महिलाएं है जो समाज़ के डर से रिपोर्ट तक दर्ज़ नहीं करवाती या फिर दबंग दल के पंचायत परिवार वालों को कुछ पैसे या बाकरियां देकर सुलह करते हैं.

Exit mobile version