Mainbhibharat

ओडिशा: राउरकेला ज़िले में आदिवासी महिलाएं क्यों कर रही हैं प्रदर्शन

मंगलवार को ओडिशा (Odisha) के राउरकेला (Rourkela) शहर में आदिवासी महिलाओं ने एडीएम (ADM) दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया था. ये प्रदर्शन राउरकेला ज़िले की असिस्टेंट कलेक्टर सुष्मिता मिंज़ (Sushmita Minz) को न्याय दिलवाने के लिए किया जा रहा है.

दरअसल, 19 सितंबर को सुष्मिता का शव पुलिस को पार्क के तालाब में अस्थाई अवस्था में मिला था. उसकी मौत को रहस्यमय बताया जा रहा है. पुलिस ने कहा कि शव परीक्षण रिपोर्ट में डूबने की पुष्टि हुई है और घटना के संबंध में आगे की जांच जारी है.

लेकिन प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सुष्मिता की हत्या की गई है. उनका कहना है कि यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि सुष्मिता ने आत्महत्या की या यह हत्या थी.
ऐसे में प्रदर्शन कर रहे आदिवासियों की मांग है की सुष्मिता का केस सीबीआई को सौंपा जाए क्योंकि मामले के सात दिन बाद भी पुलिस अभी तक कुछ भी पता लगाने में असफल रही है.

हालांकि, संदिग्ध मौत की जांच मामले को एचआरपीसी को सौंप दी गई है. उस सेल के एक डीएसपी स्तर के अधिकारी की देखरेख में यह जांच आगे बढ़ेगी.

पोस्टमार्टम में क्या मिला

मृत्यु की बाद सुष्मिता के शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा था. जिसमें ये साफ तौर पर कहा गया है की उसकी मौत हत्या नहीं बल्कि आत्महत्या है. लेकिन यह रिपोर्ट प्रदर्शनकारियों को शांत करने में विफल रही है क्योंकि उनका दावा है कि सुष्मिता की गर्दन पर कुछ निशान थे.

वहीं उसके परिवार वालों का कहना है की सुष्मिता अपने दफ्तर के काम को लेकर कुछ दिन से बेहद परेशान और तनाव में थी. उसके दफ्तर के सभी बड़े अधिकारी और वरिष्ठ कलेक्टर द्वारा उसे काम को लेकर तंग किया जा रहा था.

वहीं ध्यान देने वाली बात है की घटना के सात दिन बाद भी पुलिस अपनी तहकीकात में कुछ भी पता नहीं लगा पाई है. इसके अलावा यह भी सावाल उठता है की क्या पुलिस ने सुष्मिता के दफ्तर में काम करने वाले अधिकारियों से कोई भी पूछताछ की है?

Image credit:- Sambadenglish.com

Exit mobile version