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कोयंबटूर के गुडलूर में तेंदुए के हमले में घायल तीन आदिवासी महिलाओं में से एक की मौत

कोयंबटूर के गुडलूर में दिसंबर के पिछले हफ्ते में तेंदुआ के वार से तीन आदिवासी महिलाएं घायल हो गई थी. इन तीन आदिवासी महिलाओं में से एक महिला की कोयंबटूर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ईलाज के दौरान मृत्यु हो गई है.

मृतक महिला की पहचान पेरुंगराई आदिवासी गांव की 29 वर्षीय सरिता के रूप में की गई है.

क्या है पूरा मामला?

पिछले हफ्ते 21 दिसंबर को पनिया आदिवासी समुदाय से ताल्लुक़ रखने वाली तीन आदिवासी महिलाएं जब शौच करने के लिए एक जंगली इलाके में गई. उसी समय झाड़ियों के बीच छिपे एक तेंदुए ने उन पर हमला कर दिया.
यह घटना बिथरकाड वन रेंज के आरक्षित वन सीमा से महज 200 मीटर की दूरी पर घाटित हुआ.

घायल हुई महिलाओं के नाम और उम्र 65 वर्षीय सरिता, दुर्गा और 70 वर्षीय वल्लम्माल बताया गया है.

तीनों महिलाओं को घायल होने के बाद पहले उपचार के लिए गुडलूर सरकारी अस्पताल (Gudalur government hospital) ले जाया गया. फिर बाद में आगे के इलाज के लिए ऊटी सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Ooty government medical college hospital) में भेज दिया गया.

जहां एक तरफ दुर्गा और वल्लीअम्मल को दो दिन पहले अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. वहीं दूसरी तरफ सरिता को 26 दिसंबर को बड़े स्तर के उपचार के लिए क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (CMCH- Christian Medical College and Hospital) जाने का सुझाव दिया गया.

बाद में एक वन रेंज अधिकारी, अय्यनार (Ayyanar) ने बताया कि सरिता की गर्दन पर गहरी चोट लगी थी और उनकी मृत्यु हो गई.

उन्होंने बताया है कि उनकी मृत्यु हो जाने के बाद पोस्टमॉर्टम करने के बाद सरिता के शव को उनके गांव बिथरकाड में ले जाया जाएगा.

अय्यनार ने बताया कि तेंदुए के हमला करने के बाद की घटना से वन क्षेत्र के कर्मचारी उस स्थान की निगरानी कर रहे हैं जहां तेंदुए का हमला हुआ था. उन्होंने कहा कि हमने जानवर को पकड़ने के लिए पांच पिंजरे भी लगाए हैं और बिथरकाड और चेरमबडी वन रेंज में 20 कैमरे लगाए हैं.

इसके अलावा वन विभाग ने 22 दिसंबर को तीनों पीड़ित महिलाएं को 30,000 रुपये की धनराशी प्रारंभिक मुआवजा के तौर पर दी थी.

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