महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले में सोमवार को आदिवासी समुदाय के हजारों लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन किया, लेकिन यह प्रदर्शन कुछ देर बाद हिंसक हो गया.
यह प्रदर्शन एक आदिवासी युवक जयेश वलवी की हत्या के विरोध में किया गया था. लोग चाहते थे कि प्रशासन उनके लिए न्याय करे और हत्यारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.
यह प्रदर्शन दोपहर करीब 1:30 बजे शुरू हुआ.
हजारों की संख्या में आदिवासी लोग नंदुरबार के कलेक्टर ऑफिस के पास इकट्ठा हुए. उन्होंने अपने हाथों में बैनर और पोस्टर लिए थे, जिन पर न्याय की मांग लिखी थी.
शुरुआत में सब कुछ शांत था. लोग बिना शोर किए धरना दे रहे थे और अधिकारियों से मिलने के लिए तैयार हो रहे थे.
जयेश वलवी, जो एक आदिवासी समाजसेवी थे, उन पर 16 सितंबर को कुछ लोगों ने चाकू और हथियारों से हमला कर दिया था.
पहले इसे “हत्या की कोशिश” का मामला माना गया था, लेकिन जब उनकी मौत हो गई, तो मामला हत्या में बदल गया. इसी के विरोध में यह प्रदर्शन रखा गया था.
प्रदर्शनकारी चाहते थे कि प्रशासन तुरंत आरोपियों को गिरफ्तार करे और सख्त सजा दे.
लेकिन जैसे ही कुछ लोग गाड़ी से वापस लौटने लगे, तभी अचानक भीड़ में से कुछ लोगों ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया.
देखते ही देखते माहौल खराब हो गया और लोगों ने वाहनों पर हमला कर दिया. कई गाड़ियों के शीशे तोड़े गए और कुछ सरकारी वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया गया.
इसके बाद पुलिस को हालात काबू में करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा.
इस हिंसा में करीब 10 से 12 पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं. पुलिस का कहना है कि हिंसा करने वाले कुछ लोग प्रदर्शनकारियों में शामिल थे, लेकिन वे शांतिपूर्ण प्रदर्शन के इरादे से नहीं आए थे.
ये लोग सिर्फ हंगामा करने के लिए आए थे.
प्रदर्शन में शामिल लोगों की संख्या लगभग 20,000 बताई जा रही है. इतनी बड़ी भीड़ को संभालना मुश्किल हो गया था.
नंदुरबार के पुलिस अधीक्षक (SP) श्रवण दाथ ने बताया कि जैसे ही कुछ लोग ज्ञापन देने के बाद लौट रहे थे, तब हिंसा भड़क उठी.
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए हालात को शाम 4 बजे तक नियंत्रण में ले लिया.
अब पुलिस CCTV फुटेज और वीडियो क्लिप की मदद से यह पता लगाने में लगी है कि कौन लोग हिंसा के पीछे थे.
साथ ही कलेक्टर ऑफिस के पास हुए नुकसान की जानकारी भी ली जा रही है.
आईजी दत्तात्रय कराले ने बताया कि हालात अब शांत हैं और अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है.
उन्होंने यह भी कहा कि सभी घायल पुलिसकर्मी अब ठीक हैं.