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सरना धर्म कोड और जातिगत जनगणना, राहुल गांधी ने दो बड़े आदिवासी मुद्दों को पकड़ा

राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने झारखंड (Jharkhand) के आदिवासियों से सरना धर्म कोड (Sarna Dharam Code) और जातिगत जनगणना (Caste census) देने का वादा किया है.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress Leader Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो न्याय यात्रा (Bharat Jodo Nyay Yatra) का आज 24वां दिन है. आज उन्होंने अपनी यात्रा सुबह 8 बजे झारखंड के खूंटी में बिरसा मुंडा (Birsa Munda) की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ शुरू की.

उन्होंने बिरसा मुंडा के परिवार की चौथी पीढ़ी से मिल कर उन्हें सम्मानित किया.

अब तक राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत पांच राज्यों का दौरा कर चुके हैं और अभी यह यात्रा झारखंड में चल रही है.

इस यात्रा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने भाषणों में “भारत जोड़ो न्याय यात्रा” के न्याय शब्द पर ज़ोर डाला.

न्याय शब्द को संबोधित करते हुए उन्होंने आदिवासियों के लिए सरना धर्म कोड और जाति जनगणना का वादा किया है.

राहुल ने कहा सिर्फ झारखंड में नहीं बल्कि पूरे देश में लंबे समय से सरना धर्म कोड की मांग हो रही है, लेकिन इसे कभी लागू नहीं किया गया.

राहुल गांधी ने कहा है कि अगर इंडिया गठबंधन की सरकार बनती है तो जाति जनगणना और आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा हाटा दी जाएगी.

मौजूदा प्रावधानों के तहत 50 प्रतिशत से अधिक आरक्षण नहीं दिया जा सकता है इसलिए उन्होंने  वादा किया कि आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा को खत्म कर दिया जाएगा.

राहुल गांधी ने यह भी दावा किया है कि दलितों, आदिवासियों और अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) को बंधुआ मजदूर बना दिया गया है. उन्होंने कहा कि बड़ी कंपनियों, अस्पतालों, स्कूलों, कॉलेजों और अदालतों में उनकी भागीदारी की कमी है.

वहीं उन्होंने वादा किया की इंडिया गठबंधन जैसे ही सत्ता में आती है उसका पहला कदम होगा की वह देश में जातीय जनगणना करवाएगी.

उन्होंने कहा की जातीय जनगणना के बाद आरक्षण की जो व्यवस्था होगी उसमें किसी भी आरक्षण काटा नहीं जाएगा.

झारखंड की राजनीतिक उठा-पटक पर उन्होंने बीजेपी की आलोचना की है. उन्होंने कहा है कि झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और अन्य दलों की सरकार बीजेपी को हज़म नहीं हो रही है.

वहीं उन्होंने इंडिया गठबंधन के बारे में कहा की हमारा गठबंधन कभी भी लोकतंत्र की आवाज को दबाने नहीं देगा.

उन्होंने कहा कि आर्थिक अन्याय, महिलाओं व मजदूरों पर अन्याय बढ़ा ही है. मोदी जी और उनके मंत्रियों को यह अन्याय नज़र नहीं आता. हिंसा से कुछ हासिल नहीं होगा, इससे बेरोजगारी और महंगाई बढ़ेगी.”

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