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झारखंड की सात आदिवासी लड़कियां फुटबाल वर्ल्ड कप के लिए चुनी गईं

झारखंड सरकार फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप 2022 के लिए नैशनल कोचिंग कैंप के लिए चुनी गई राज्य की सात आदिवासी लड़कियों को हर जरूरी मदद करेगी.

33 खिलाड़ियों वाली भारतीय टीम ट्रेनिंग कैंप के लिए जमशेदपुर पहुंच गई है.

33 भारतीय खिलाड़ियों में झारखंड की लड़कियों में अंजलि मुंडा, सलीना कुमारी, सुधा अंकिता तिर्की, अस्तम उरांव, पूर्णिमा कुमारी, नीतू लिंडा और अनीता कुमारी शामिल हैं.33 में से 18 खिलाड़ी विश्व कप खेलने वाली टीम में जगह बनाएंगी.

झारखंड सरकार ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि राज्य की लड़कियों ने कोविड महामारी के दौरान जबरदस्त साहस और धैर्य दिखाया है. और अब, जब वो देश का नाम रोशन करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं, तब राज्य सरकार उनकी पूरी मदद करना चाहती है.

इसके लिए पर्यटन, कला, संस्कृति, खेल और युवा मामलों के विभागों द्वारा कैंप से चुने जाने वाले उम्मीदवारों को समर्थन दिया जाएगा.

गुमला की रहने वाली पूर्णिमा कुमारी, जो कैंप के लिए चुनी गई हैं, ने कहा कि महामारी की वजह से गोवा में उनकी ट्रेनिंग प्रभावित हुई थी, लेकिन राज्य सरकार की मदद से वो झारखंड में ट्रेनिंग कर पाए थे.

उन्होंने कहा, “मेरे गांव में ट्रेनिंग की सुविधा नहीं थी, खासकर फुटबॉल खेलने वाली लड़कियों के लिए. लेकिन, राज्य से मदद और समर्थन ने सुनिश्चित किया कि मैं खेल सकूं.”

यह सात आदिवासी लड़कियां फरवरी-मार्च 2021 में गोवा में ट्रेनिंग कर रही थीं, लेकिन महामारी की वजह से हुए लॉकडाउन के चलते, उन्हें झारखंड लौटना पड़ा और उनके लिए रांची में ट्रेनिंग की व्यवस्था की गई.

इन लड़कियों की मदद करने के लिए, खेल विभाग द्वारा फुटबॉल किट इन्हें दी गई और यूनिसेफ ने इन्हें टी-शर्ट दी हैं. यूनिसेफ ने चुनी गई खिलाड़ियों को बाल अधिकारों के लिए चैंपियंस ऑफ चेंज बनाया है.

भुवनेश्वर में कलिंग स्टेडियम, गोवा के मडगांव में जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम और नवी मुंबई में डी वाई पाटिल स्टेडियम अक्टूबर में विश्व कप की मेजबानी करेगा. टूर्नामेंट का ड्रा 24 जून को स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में होगा.
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