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आदिवासी किसान पर भालू का ख़तरनाक हमला

आंध्र प्रदेश के सिरपुर मंडल के एक गाँव में आदिवासी किसान पर भालू (Sloth Bear Attack) ने हमला कर दिया. इस हमले में यह आदिवासी किसान गंभीर रूप से घायल हो गया. ख़बरों के अनुसार थतिगुड़ा नाम की बस्ती का यह किसान अपने खेत में काम कर रहा था. इसी दौरान भालू वहाँ आ गया और किसान पर हमला कर दिया.

जानकारी मिली है कि जंगल के किनारे अपने खेतों में काम कर रहे किसान पर भालू ने अचानक हमला किया. किसान को इस हमले में संभलने का मौक़ा ही नहीं मिला था. इस हमले में भालू ने आदिवासी किसान की टांगों और जाँघों को निशाना बनाया.

भालू के हमले में घायल किसान को फ़िलहाल ख़तरे से बाहर बताया जा रहा है. इस हमले के बारे में बताया गया है कि किसान और भालू के बीच काफ़ी देर तक संघर्ष चला. आदिवासी किसान ने हिम्मत नहीं हारी और भालू का मुक़ाबला किया.

आदमी के सिर को निशाना बनाता है भालू

आमतौर पर जब काला भालू (Sloth Bear) किसी इंसान पर हमला करता है तो उसके सिर को निशाना बनाता है. भालू अपने मजबूत दांतों और पंजों से इंसान को बुरी तरह से घायल कर देता है.

आम तौर पर यह देखा गया है कि जब भालू इंसान के सिर पर हमला करता है तो ग़हरे ज़ख्म कर देता है. भालू के हमले के शिकार लोगों से बातचीत में पता चलता है कि इन हमलों में भालू इंसान के सिर और चहेरे को ही ज़्यादा निशाना बनाता है.

क्यों करता है भालू हमला

भारत में पाए जाने वाला काला भालू आमतौर पर सुस्त प्राणी माना जाता है. इन भालुओं पर शोध करने वाले बताते हैं कि ये भालू अकेले ही रहते हैं. यानि भालू झुंड में में कम ही मिलते हैं. बरसात के मौसम में अक्सर ये भालू गुफ़ाओं में पड़े रहते हैं. 

इन भालुओं के बारे में कहा जाता है कि ये खाने की तलाश में जंगल में अकेले ही घूमते रहते हैं. लेकिन कई बार जंगल में भालू पर तेंदुआ या चीता हमला कर देते हैं. इस वजह से आमतौर पर सुस्त रहने वाले भालू संघर्ष बेहद हिंसक हो जाते हैं.

यही वजह है कि जब वो इंसानों से टकराते हैं तो अपनी पूरी ताक़त से हमला करते हैं. भालुओं और इंसानों के टकराव पर शोध बताते हैं कि भालू इंसानों को देख कर असमंजस में पड़ जाता है और इस ख़तरा समझता है.

इसी असमंजस की स्थिति में भालू इंसान पर हमला कर देता है.

चींटी और दीमक है मुख्य भोजन

भालू आमतौर पर जंगल में खाने की तलाश में घूमते हैं. चींटी और दीमक भालू का मनपसंद खाना है और जंगल में खूब मिल भी जाता है. लेकिन ये भालू फल-फूल और लारवा भी खाते हैं. लेकिन जहां जंगलों के बीच में या किनारों पर गन्ने या दूसरी सब्ज़ियों के खेत होते हैं, वहाँ कई बार ये भालू खेतों में भी आ जाते हैं. 

भालू आमतौर पर जंगल में ही रहते हैं और कम ही बाहर निकलते हैं. लेकिन जब ये भटक कर या खाने की तलाश में जंगलों में बसे गाँव या खेतों में आते हैं तो इंसानों पर हमला भी कर देते हैं.

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