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उत्तर बंगाल में बाढ़ राहत कार्य के दौरान आदिवासी सांसद पर हमला

उत्तर बंगाल में हाल ही में भारी बारिश और बाढ़ ने कई जिलों में तबाही मचाई है. जलपाईगुड़ी, दार्जीलिंग, अलिपुरद्वार, कालिमपोंग और कूच बिहार जिलों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. घर बह गए हैं, सड़कें जलमग्न हो गईं हैं और लोग परेशान हैं.

इस बीच जलपाईगुड़ी जिले के नृगकाटा इलाके में राहत कार्य करने गए बीजेपी सांसद खगेन मुर्मू और पार्टी के अन्य नेता स्थानीय लोगों के हमले का शिकार हो गए.

सांसद खगेन मुर्मू को सिर पर गंभीर चोटें आई हैं. उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.

बीजेपी के अनुसार, खगेन मुर्मू और पार्टी के विधायक शंकर घोष नृगकाटा में बाढ़ प्रभावित लोगों तक मदद पहुंचाने और राहत सामग्री बांटने गए थे.

उनकी गाड़ी को भी तोड़-फोड़ का सामना करना पड़ा. लोगों ने गाड़ी पर पत्थर फेंके. गाड़ी के शीशे टूट गए और अंदर काफी नुकसान हुआ.

विधायक शंकर घोष ने एक वीडियो में बताया कि खगेन मुर्मू खून से लथपथ होकर गाड़ी में बैठे थे.

बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि हमला स्थानीय लोग नहीं बल्कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से जुड़े लोग कर रहे थे.

पार्टी ने कहा कि यह हमला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य पुलिस की मौजूदगी में हुआ.

केंद्रीय मंत्री और बीजेपी विधायक सुकांत मजूमदार ने कहा कि बंगाल के लोग इस बर्बरता को कभी नहीं भूलेंगे. उन्होंने चेताया कि लोग इस प्रकार की हिंसा को कभी स्वीकार नहीं करेंगे.

इस घटना के बाद बीजेपी के आईटी सेल के राष्ट्रीय संयोजक अमित मालवीय ने भी पोस्ट किया.

उन्होंने कहा कि आदिवासी सांसद खगेन मुर्मू को राहत कार्य के दौरान हमला किया गया.

उन्होंने टीएमसी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बंगाल में ‘जंगल राज’ है और उनके ‘गुंडों’ ने यह हमला किया.

मालवीय ने लिखा कि जब मुख्यमंत्री कार्निवल में नृत्य कर रही हैं, तब जो लोग सच में मदद कर रहे हैं, उन्हें ही निशाना बनाया जा रहा है.

उनके अनुसार ये टीएमसी का बंगाल है, जहां निर्दयता हावी है और दया करने वाले सज़ा भुगतते हैं.

टीएमसी ने बीजेपी के आरोपों का खंडन किया. पार्टी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस किसी भी प्रकार की हिंसा का समर्थन नहीं करती.

उन्होंने कहा कि जो घटना हुई, वह पूरी तरह बीजेपी की लापरवाही का नतीजा है.

उनका कहना है कि जब आम लोग बाढ़ से जूझ रहे थे, बीजेपी नेता वहां बिना योजना के कई गाड़ियों के साथ पहुंचे और फोटोशूट करने लगे. यह देखकर स्थानीय लोग नाराज़ हुए, जिसके कारण ये घटना हुई.

Image credit – Free Press Journal

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