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तेलंगाना: अपने फेवरेट हेडमास्टर के तबादले का आदिवासी छात्रों ने किया विरोध

अक्सर ऐसा देखने को मिलता है कि छात्र किसी सुविधा या अपने अधिकारों के लिए विरोध करते हैं. लेकिन तेलंगाना की इन छात्राओं का विरोध प्रदर्शन कुछ अलग ही है…क्योंकि छात्राएं अपने स्कूल से शिक्षक के तबादले को रोकने के लिए विरोध कर रहे हैं.

ऐसा दो दिन पहले खम्मम जिले के कामेपल्ली मंडल में हुआ जब आदिवासी कल्याण आश्रम हाई स्कूल फॉर गर्ल्स की सैकड़ों छात्राओं ने अपने प्रिंसिपल डी नागेश्वर राव के तबादले के विरोध में प्रदर्शन किया.

नागेश्वर राव स्कूल चलाने के अपने तरीके के चलते, अपने छात्रों के प्रिय थे. अपने विद्यार्थियों के साथ उनका व्यवहार और प्रोत्साहन के तरीकों ने उन्हें छात्रों के बीच लोकप्रिय बना रखा था. उन्हें प्रतिनियुक्ति पर सिंगरेनी मंडल के उसिरिकायलपल्ली में स्थानांतरित कर दिया गया है.

विरोध करने वाले सभी छात्र प्रिंसिपल की प्रशंसा कर रहे थे, जिन्होंने उनके शिक्षण की गुणवत्ता, उत्तीर्ण प्रतिशत और उन्हें परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता में सुधार के लिए कई उपाय किए. इतना ही उन्होंने उच्चाधिकारियों से उनके स्थानांतरण आदेश को तत्काल रद्द करने की मांग की.

कुछ छात्र जो रो रहे थे, ने भी अपने प्रिय ‘गुरु’ से अपना स्कूल न छोड़ने की गुहार लगाई. छात्रों के विरोध के कारण, कामापल्ली पुलिस स्कूल पहुंची और उन्हें आश्वस्त करने में कामयाब रही. यह आश्वासन देते हुए कि वे उनके प्रिंसिपल को वापस ले लाएंगे. जिसके बाद उच्चाधिकारियों को नोटिस जारी करने के बाद छात्रों ने विरोध प्रदर्शन को रोका.

इस बीच, नागेश्वर राव ने कहा कि वह छात्रों द्वारा दिखाए गए स्नेह से प्रभावित हैं. उन्होंने कहा कि मैं इन छात्रों को छोड़कर जाने से बहुत दुखी हूं जो बहुत अध्ययनशील हैं. वे मुझे पसंद करते हैं क्योंकि मैंने उनकी बेहतरी सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश की.

उन्होंने कहा कि लेकिन तबादले का यह मामला मेरे हाथ में नहीं है. मैं जहां भी तैनात हूं, मुझे अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना है. लेकिन मैं निश्चित रूप से इन छात्रों को याद करूंगा.

(प्रतिकात्मक तस्वीर)

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