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छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में दो आदिवासी गुट आपसे में भिड़े

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में आदिवासियों के ही दो गुटों के बीच मारपीट की ख़बर आई है. ख़बरों के अनुसार ईसाई धर्म अपना चुके आदिवासियों से नाराज़ कुछ लोगों ने एक चर्च को निशाना बनाने की कोशिश की थी. 

इस संघर्ष में पथराव भी किया गया है. जब उपद्रव कर रहे लोगों को पुलिस ने रोकने की कोशिश की गई तो पुलिस पर भी पथराव किया गया. इस घटना में ज़िला एसपी सदानंद कुमार को सिर पर पत्थर लगने से चोट आई है. उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. साथ ही मौक पर बड़ी संख्या पुलिस बल भी मौजूद है.

इस मामले में छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने बताया है कि अब स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. उन्होंने कहा कि इस पूरे संघर्ष में कोई भी आदिवासी घायल नहीं हुआ है. 

उन्होंने कहा कि प्रशासन के सभी वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं. उन्होंने बताया कि इस घटना में एसपी के अलावा 8-10 जवान भी घायल हुए हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन प्रदर्शन करने पहुंचे आदिवासियों को समझा बुझा कर वापस उनके घरों को भेज रहा है. गृहमंत्री ने इस मामले में किसी गिरफ्तारी पर अभी कुछ नहीं कहा है.

ख़बरों के मुताबिक ज़िले के बखरूपारा में धर्मांतरण के खिलाफ बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग एकत्रित हुए. आदिवासियों ने दावा किया कि ईसाई समुदाय ने उनके साथ मारपीट की है. 

आदिवासी समुदाय ने जमकर नारेबाजी की और चर्च में भी तोड़फोड़ की. भीड़ को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था.इसी दौरान गुस्साई भीड़ ने एसपी और पुलिसकर्मियों पर ही हमला कर दिया. इसमें कई पुलिस जवान घायल हो गए.

इस मामले में छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने बताया है कि अब स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. उन्होंने कहा कि इस पूरे संघर्ष में कोई भी आदिवासी घायल नहीं हुआ है. 

उन्होंने कहा कि प्रशासन के सभी वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं. उन्होंने बताया कि इस घटना में एसपी के अलावा 8-10 जवान भी घायल हुए हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन प्रदर्शन करने पहुंचे आदिवासियों को समझा बुझा कर वापस उनके घरों को भेज रहा है. गृहमंत्री ने इस मामले में किसी गिरफ्तारी पर अभी कुछ नहीं कहा है.

 सर्व आदिवासी समाज ने सोमवार को नारायणपुर बंद बुलाया है. समाज ने जिले के बखरुपारा स्थित साप्ताहिक बाजार में  विरोध-प्रदर्शन करने की बात कही है. 

पिछले दिनों छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में धर्मांतरण कर ईसाई बन चुके कुछ आदिवासियों ने कथित अत्याचार के खिलाफ कलेक्टर कार्यालय के सामने धरना दिया था.

आदिवासी बहुल इस जिले के कम से कम 14 गांवों के प्रदर्शनकारियों ने दावा किया था कि ईसाई धर्म का पालन करने के कारण उन पर हमला किया गया और उन्हें उनको घरों से निकाल दिया गया है.

वहीं इन घटनाओं पर जमीनी हकीकत जानने गए सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधियों ने दावा किया है कि  हुई.सिविल सोसाइटी ने धर्म परिवर्तन कर ईसाई बन जाने वाले आदिवासियों के खिलाफ़ हिंसा की घटनाएं हुई थीं.  

इस रिपोर्ट में दावा किया था कि नारायणपुर और कोंडागांव जिलों के गांवों में आदिवासी लोगों के साथ हुई हिंसा हिंदू संगठनों द्वारा की गई है और एक अभियान के तहत मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया.  

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