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300 बीघा जमीन को लेकर भील और भीलाला समुदायों में हिंसक झड़प

मध्य प्रदेश के गुना जिले के बामोरी जंगल इलाके से एक दुखद घटना सामने आई है, जहाँ दो आदिवासी समुदायों के बीच ज़मीन को लेकर झड़प हुई, जिसमें एक व्यक्ति की जान चली गई.

बामोरी के चकरी और चिकरी गाँवों से ताल्लुक रखने वाले भील और भीलाला आदिवासी समुदायों के बीच विवाद 300 बीघा जंगल जमीन की वजह से बढ़ गया.

भील समुदाय का कहना है कि वो जंगल उनकी बस्ती के आसपास है, इसलिए उस पर उनका अधिकार है.

दूसरी ओर भीलाला समुदाय पर आरोप है कि उन्होंने जंगल ज़मीन पर कब्‍जा कर लिया है.

इस पुराने झगड़े को सुलझाने के लिए वन विभाग और पंचायत ने हस्तक्षेप किया, पर स्थिति बिगड़ गई.

घटना उस दिन शाम को हुई जब वन विभाग के अधिकारियों ने पंचायत बुला कर दोनों समुदायों को बुलाया था.

पंचायत की बैठक लगभग पाँच बजे खत्म हुई.

जैसे ही बैठक खत्म हुई, जंगल की सफाई या इस्तेमाल को लेकर दोनों पक्षों में लड़ाई शुरू हो गई.

तीर धनुष और गुलेल जैसे पारंपरिक हथियार उछले.

कुछ लोग पत्थर मारने लगे और झगड़ा इतना बढ़ गया कि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया.

घायल व्यक्ति का नाम है गंगाराम भील, उम्र लगभग 55 वर्ष .

बताया गया है कि उसकी छाती में तीर लगने से हालत बिगड़ी.

देर रात तक उसका शव गांव में पड़ा रहा, क्योंकि इलाके में सुरक्षा की स्थिति को देखते हुए पुलिस और दूसरे अधिकारी रात भर वहाँ पहुंचे नहीं.

सुबह अधिकारियों की टीम और एम्बुलेंस आकर गंगाराम की मौत की पुष्टि कर अस्पताल भेजी गई.

पुलिस अधीक्षक (SP) अंकित सोनी के अनुसार, इस मामले में “हत्या” और “दंगा” का मामला दर्ज किया गया है.

भीलाला समुदाय के 16 सदस्यों को इस केस में नामजद किया गया है, जिनमें से दो को गिरफ्तार किया गया है.

घटना स्थल से एक मसल लोडिंग बंदूक, तीन ट्रैक्टर और 12 मोटरसाइकिलें जब्त की गई हैं.

स्थानीय लोगों ने बताया कि दोनों गाँव—चकरी और चिकरी—आपस में करीब हैं और उनके बीच यह जमीन विवाद वर्षों से मौजूद था.

जंगल के उस हिस्से को उपयोग या स्वामित्व को लेकर दोनों समुदायों में भावनाएँ गहरी थीं.

वन विभाग ने बताया है कि वे इस मामले को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाना चाहते हैं.

जिला कलेक्टर किशोर कन्याल ने कहा है कि पंचायत बुलाई गई थी ताकि विवादित जमीन का समाधान हो सके, लेकिन बातचीत में तब तनाव बढ़ गया. जब दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी तरफ से दावे मजबूत करने शुरू कर दिए.

इस घटना ने इलाके में भय और असमंजस्य फैला दिया है.

गाँव वालों के बीच गंगाराम की मौत की खबर ने दुःख और रोष दोनों को जन्म दिया है.

सोशल मीडिया पर भी घटना की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें महिलाएँ चीखती हुई और आंसू बहाते हुए दिखाई दे रही हैं.

(image is for representation purpose)

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