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यिमखिउंग जनजाति ने नागालैंड में शामतोर जिले के निर्माण के लिए आंदोलन तेज़ किया

Naga tribesmen from Yimchunger tribe a dance on the second of the Hornbill festival at the Naga Heritage village Kisama, some 15 kms away from Kohima, the capital city of India north eastern state of Nagaland on Saturday, 02 December 2017. The annual Hornbill Festival which celebrates from December 1-10 celebrates the cultural heritages of the Nagas. (Photo by Caisii Mao/NurPhoto)

यिमखिउंग ट्राइबल काउंसिल (YTC) ने नागालैंड के तुएनसांग जिले में शामतोर सब-डिवीजन को एक पूर्ण जिले में अपग्रेड करने की अपनी मांग तेज कर दी है.

यिमखिउंग जनजाति के शीर्ष निकाय ने सोमवार को सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक तीन घंटे के लिए सरकारी कार्यालयों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को बंद करके आंदोलन का पहला चरण शुरू किया.

वाईटीसी के महासचिव एस त्सुइहबा ने कहा कि आंदोलन का पहला चरण एक जिले में शामतोर के उन्नयन के लिए एक शांतिपूर्ण प्रदर्शन था.

वाईटीसी द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, “आंदोलन का उद्देश्य राज्य सरकार द्वारा अपना पूर्ण जिला प्रशासन मुख्यालय शामतोर तक पहुंचाने में विफलता के प्रति अपनी नाराजगी दिखाना है, जिसका सरकार ने आश्वासन दिया था.”

एस त्सुइहबा ने कहा कि यिमखिउंग ट्राइबल काउंसिल ने विभिन्न संगठनों में सेवा कर रहे जनजाति के सदस्यों को नाराजगी के संकेत के रूप में “याद किया” है.

उन्होंने कहा कि विभिन्न राजनीतिक दलों में जनजाति के सदस्य और शामतोर-चेसोर विधायक एस केओशू यिमचुंगर भी सरकार द्वारा मांग पूरी नहीं होने पर 5 जनवरी तक इस्तीफा दे देंगे. त्सुइहबा ने कहा कि वाईटीसी एक जिले की मांग पूरी होने तक चरणबद्ध तरीके से आंदोलन जारी रखेगी.

राज्य सरकार ने 18 दिसंबर को तीन नए जिलों – त्सेमिन्यु, निउलैंड और चुमुकेदिमा का निर्माण करते हुए भी शमतोर को जिला का दर्जा देने के लिए सैद्धांतिक रूप से सहमति व्यक्त की थी.

हालांकि राज्य सरकार की राय है कि शामतोर का एक पूर्ण जिले में उन्नयन तभी किया जाएगा जब क्षेत्र के दो समुदायों – यिमखिउंग और तिखिर – एक उचित समझ में आ जाएंगे और एकजुट रहेंगे.

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