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राजस्थान में बाप और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को बीजेपी ने बनाया निशाना

भारत आदिवासी पार्टी (बाप) के प्रमुख नेता और बांसवाड़ा के उम्मीदवार राजकुमार रोत (Rajkumar Roat) मुश्किल में हैं.

चुनाव आचार संहिता (Code of Conduct) के उल्लंघन के आरोप में राजकुमार रोत को चुनाव आयोग (Election Commission) ने नोटिस भेजा है. इस मौके का फ़ायदा उठा कर बीजेपी ने राजकुमार रोत को घेरने की कोशिश की है.

चुनाव आयोग के नोटिस के संदर्भ में बीजेपी (BJP) ने उनके नामांकन को रद्द करने की मांग कर दी है.

बांसवाड़ा राजस्थान का आदिवासी बहुल ज़िला है. 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में बांसवाड़ा संसदीय क्षेत्र की आठ विधानसभा सीटों में पांच पर कांग्रेस, दो पर भाजपा और एक पर बीएपी का कब्जा हुआ.

उधर, उदयपुर लोकसभा क्षेत्र की आठ विधानसभा सीटों में दो पर बीएपी का कब्जा है.

राजस्थान में कुल लोकसभा (Lok Sabha Election 2024) की 25 सीटें है, जिनमें से 3 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. इन आरक्षित सीटों में से ‘बांसवाड़ा’ एक है.

राजकुमार रोत बाप के उन तीन नेताओं में से एक है, जो पिछले विधानसभा चुनाव में विजयी रहे. राजकुमार रोत ने चोरासी विधानसभा सीट पर 69,166 वोटों से राजस्थान की सबसे बड़ी जीत दर्ज की थी.

क्यों चुनाव आयोग ने थमाया नोटिस

2 अप्रैल को राजकुमार रोत ने नामाकंन रैली निकाली थी. इस रैली के दौरान राजकुमार ऊंट पर बैठकर कलेक्ट्रेट पहुंचे थे.

निर्वाचन आयोग का कहना है कि ऊंट पर बैठकर रैली करना पशु क्रुरता के श्रेणी में आता है. इसलिए निर्वाचन आयोग ने उनके खिलाफ नोटिस जारी किया था.

वहीं मौके का फायदा उठाते हुए बीजेपी के नेता और ज़िला अध्यक्ष लाभचंद्र पटेल ने राजकुमार रोत के नामांकन पत्र को रद्द करने की मांग की है.

बांसवाड़ा सीट पर उथल-पुथल

बीजेपी ने बांसवाड़ा सीट से महेंद्रजीत सिंह मालवीया को खड़ा किया है. बीजेपी से पहले ये कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रह चुके हैं.

महेंद्रजीत सिंह मालवीया को बाप पार्टी के प्रमुख नेता राजकुमार रोत चुनौती दे रहे हैं. कांग्रेस ने भी इस सीट से अरविंद डामोर को खड़ा किया है. हांलाकि अंतिम समय में कांग्रेस ने राजकुमार रोत यानि बाप उम्मीदवार को समर्थन देने का मन बनाया है.

लेकिन कांग्रेस के आधिकारिक उम्मीदवार अरविंद डामोर ने अपना पर्चा वापस लेने से मना कर दिया है. इसका मतलब ये है कि कांग्रेस पार्टी का उम्मीदवार मैदान में रहेगा.

जिससे बाप अब और भी मजबूत हो गई है.

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दक्षिण राजस्थान की प्रभावशाली पार्टी बाप के प्रमुख चहरों में से एक राजकुमार रोत भी है. इसलिए बांसवाड़ा सीट के लिए बीजेपी के नेता महेंद्रजीत सिंह और बाप के राजकुमार रोत में करीबी का मुकाबला हो सकता है. बात रही कांग्रेस की तो वह भी अब बाप का समर्थन दे रही है.

इसलिए बीजेपी के नेता अब राजकुमार रोत को निशाना बना रहे हैं.

प्रधानमंत्री की छत्तीसगढ़ सभा

आज यानी 8 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ (Narendra Modi Chhattisgarh Rally) के बस्तर में रैली संबोधित करने पहुंचे थे.

रैली में अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा से आदिवासियों का अपमान किया है.

उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी ने छत्तीसगढ़ को पहला आदिवासी मुख्यमंत्री दिया है.

इसके साथ ही उन्होंने पार्टी द्वारा किए गए काम भी गिनाए जैसे आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय और अलग बजट बनाना, पिछले 10 वर्षो में आदिवासी कल्याण का बजट पांच गुना बढ़ाना.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य को पहला आदिवासी मुख्यमंत्री दिया है. लेकिन उन्हें इस बात का जवाब भी देना चाहिए कि राज्य को एक आदिवासी मुख्यमंत्री के लिए 23 साल इंतज़ार क्यों करना पड़ा.

जबकि राज्य में 15 साल से ज़्यादा समय तक बीजेपी ही छत्तीसगढ़ की सत्ता में आसीन थी.

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