Site icon Mainbhibharat

कल्पना सोरेन ने गांडेय विधानसभा उपचुनाव के लिए दाखिल किया नामांकन

जेल में बंद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कलपना सोरेन ने गांडेय विधानसभा उपचुनाव के लिए आज नामांकन पत्र दाखिल किया.

इस दौरान 48 वर्षीय कल्पना के साथ मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, बहनोई बसंत सोरेन, झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर और मंत्री आलमगीर आलम और सत्यानंद भोक्ता सहित अन्य लोग थे.

गांडेय विधानसभा सीट पर उपचुनाव राज्य में लोकसभा चुनाव के साथ 20 मई को होना है.

गिरिडीह जिले की सीट झामुमो विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफे के बाद खाली हुई है.

नामांकन दाखिल करने के तुरंत बाद कल्पना ने कहा, “हमें एक और मौका दीजिए, हमें अपना आशीर्वाद दीजिए. यह चुनाव गांडेय की जनता के लिए हो रहा है.”

विपक्षी इंडिया गुट के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि गठबंधन राज्य और देश में मजबूत है. साथ ही उन्होंने कहा कि वह हमेशा आलोचना को रचनात्मक तरीके से लेती हैं.

वहीं उन्होंने ‘एक्स’ पर नामांकन भरने की तस्वीर पोस्ट कर उस सौभाग्य बताते हुए लिखा, “हेमन्त जी की हिम्मत,आदरणीय बाबा दिशोम गुरु शिबू सोरेन जी का आशीर्वाद,’तीर-कमान’ की शक्ति, गांडेय विधानसभा की जनता का साथ, झारखण्ड के जनमानस का स्नेह और आशीर्वाद, अमर वीर शहीदों और वीरांगनाओं के आशीर्वाद के साथ आज मुझे गांडेय विधानसभा उपचुनाव हेतु नामांकन पत्र दाखिल करने का परम सौभाग्य मिला.”

उन्होंने आगे लिखा, “आज इस अवसर पर मैं गांडेय, बेंगाबाद और गिरिडीह की जनता को प्रणाम और जोहार करती हूं. आपके स्नेह, आशीर्वाद और सहभागिता के साथ गांडेय विधानसभा को प्रगति की नई ऊंचाइयों पर ले जाया जाएगा. झारखण्ड झुकेगा नहीं! INDIA रुकेगा नहीं! झारखण्ड मुक्ति मोर्चा जिंदाबाद!दिशोम गुरु शिबू सोरेन जिंदाबाद! हेमन्त सोरेन जिंदाबाद! जोहार गांडेय! जय झारखण्ड! जय जय झारखण्ड!”

दरअसल, विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफे के बाद 31 दिसंबर 2023 से खाली गांडेय सीट पर झामुमो की ओर से कल्पना सोरेन को टिकट दिया गया है. कल्पना सोरेन ने इस सीट के लिए आज नामांकन पत्र दाखिला किया. इससे पहले रविवार को उन्होंने झामुमो सुप्रीमो और अपने ससुर शिबू सोरेन और सास रूपी सोरेन से आशीवार्द भी लिया.

एमटेक और एमबीए योग्यता वाली गृहिणी कल्पना ने अपनी स्कूली शिक्षा ओडिशा के मयूरभंज जिले के बारीपदा से पूरी की और भुवनेश्वर में इंजीनियरिंग और एमबीए की डिग्री प्राप्त की.

उनकी राजनीतिक यात्रा 4 मार्च को गिरिडीह जिले में झामुमो के 51वें स्थापना दिवस समारोह से शुरू हुई, जब उन्होंने दावा किया कि 2019 में हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के सत्ता में आने के बाद से विरोधियों द्वारा एक साजिश रची गई थी और झारखंड देंगे उन ताकतों को करारा जवाब, जिन्होंने उनके पति को सलाखों के पीछे डाला.

हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय ने 31 जनवरी को कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था.

सत्तारूढ़ झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 5 फरवरी को अपना बहुमत साबित करने के बाद और विधानसभा में हेमंत सोरेन द्वारा उग्र भाषण देने के बाद कल्पना ने एक्स पर लिखा था कि “अन्याय और उत्पीड़न के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी.”

कल्पना की उम्मीदवारी के बारे में अटकलें दिसंबर में झामुमो के गांडेय विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफे के बाद उठीं. भाजपा ने दावा किया कि ईडी द्वारा उनके पति को समन जारी किए जाने की स्थिति में कल्पना की उम्मीदवारी को सुविधाजनक बनाने के लिए ऐसा किया गया था.

हालांकि, तब हेमंत सोरेन ने कल्पना के गांडेय से चुनाव लड़ने की अफवाहों को खारिज कर दिया था और इसे भाजपा की मनगढ़ंत कहानी बताया था.

Exit mobile version