Mainbhibharat

कांग्रेस ने कानून बनाकर आदिवासियों की जमीन उनके असली मालिकों को लौटाई – राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का कहना है कि यह उनकी पार्टी थी जिसने विभिन्न कानूनों के माध्यम से आदिवासियों को उनकी जमीन पर अधिकार दिलाया. राहुल ने अपनी चल रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा (Bharat Jodo Nyay Yatra) के मौके पर बुधवार को मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के धार जिले के बदनावर में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी (Adivasi) भारत के असली मालिक हैं और वे वनवासी (Vanvasi) नहीं हैं जैसा कि भाजपा द्वारा पेश किया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि इस विचार के साथ कांग्रेस ने आदिवासियों को उनकी जमीन पर अधिकार सुनिश्चित करने के लिए आदिवासी विधेयक, पेसा अधिनियम और भूमि अधिग्रहण विधेयक जैसे कई कानून बनाए.

राहुल ने कहा, “भाजपा आदिवासियों को वनवासी कहती है. आदिवासी ही भारत के असली मालिक हैं. बीजेपी नहीं चाहती कि आदिवासियों को इसका एहसास हो क्योंकि उस स्थिति में बीजेपी सोचती है कि आदिवासियों को जंगल, जल और जमीन पर अधिकार देना होगा.”

कांग्रेस नेता ने मध्य प्रदेश की एक हालिया घटना का हवाला दिया जिसमें एक स्थानीय भाजपा नेता को एक वायरल वीडियो में एक आदिवासी के चेहरे पर पेशाब करते हुए देखा गया था और कहा कि ‘आदिवासियों और समाज के अन्य कमजोर वर्गों के प्रति बीजेपी का यही रवैया है.’

उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में 24 प्रतिशत और देश में 8 प्रतिशत आबादी आदिवासियों की है. जब आप देश की बड़ी-बड़ी कंपनियों के मैनेजमेंट की लिस्ट देखेंगे, आपको एक भी मालिक आदिवासी वर्ग का नहीं मिलेगा.

राहुल गांधी ने केंद्र में कांग्रेस के सत्ता में आने पर देश में जाति सर्वेक्षण कराने की अपनी प्रतिज्ञा दोहराते हुए कहा कि ‘जाति-जनगणना ही गरीबों, दलितों और समाज के अन्य कमजोर वर्गों के साथ न्याय कर सकती है.’

वहीं जनसभा को संबोधित करते हुए एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि देश में बेरोजगारी पिछले 45 साल में सबसे ज्यादा है. महंगाई भी बढ़ रही थी.

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) को अमीर और गरीब के बीच की खाई को पाटने में कोई दिलचस्पी नहीं है. मोदी चाहते हैं कि अमीर और अमीर हो जाएं और गरीब और गरीब हो जाएं.”

खड़गे ने आरबीआई के उस कथित बयान पर भी कड़ी आपत्ति जताई, जिसमें कहा गया था कि चुनावी बांड के दानदाताओं की घोषणा आगामी लोकसभा चुनावों के बाद की जाएगी. जबकि सुप्रीम कोर्ट के द्वारा उनके नाम उजागर करने के निर्देश दिए गए हैं.

उन्होंने सवाल किया, ”बीजेपी चुनावी बांड के दानदाताओं के नाम छिपाने की कोशिश क्यों कर रही है?”

इसके अलावा खड़गे ने बार-बार ‘मोदी गारंटी’ शब्द का इस्तेमाल करने के लिए भी पीएम मोदी की आलोचना की और हैरानी जताई कि मोदी इसे ‘भाजपा गारंटी’ क्यों नहीं कह रहे हैं.

उन्होंने पीएम मोदी को दो करोड़ नौकरियां पैदा करने के उनके वादे की याद दिलाई और उनसे पूछा कि ‘मोदी गारंटी’ क्यों पूरी नहीं हुई.

भारत जोड़ो न्याय यात्रा का मध्य प्रदेश चरण बुधवार को समाप्त हो गया.

Exit mobile version