मणिपुर में दो महीने से ज़्यादा समय से हिंसा चल रही है. कुकी आदिवासियों और मैती समुदाय के बीच इस हिंसा का ख़तरनाक पक्ष ये है कि इसमें दोनों समुदायों के पास हथियार हैं.
यहां जो हिंसा हो रही है उसकी तुलना सामान्य हिंसा की घटनाओं या उपद्रव से नहीं की जा सकती है. बल्कि ऐसा लगता है कि दोनों तरफ हथियारबंद दस्ते बन गए हैं और यह एक युद्ध है.
इस हिंसा में दोनों ही समुदायों के लोग बाकायदा एक दूसरे के इलाकों में चढ़ाई कर रहे हैं. इस हिंसा के पीछे कौन है? कौन है जो लोगों को हथियार दे रहा है?
कुकी आदिवासियों पर यह आरोप है कि वे अफीम की खेती करते हैं. अफीम के व्यापार से जो पैसा मिलता है उससे हथियार खरीदे जाते हैं. क्या यह आरोप सही है?
ये सभी सवाल हमने कुकी आदिवासी नेता से पूछे, लिंक पर क्लिक करें और पूरा इंटरव्यू देखें.