Mainbhibharat

मणिपुर में इंटरनेट बैन से किसका फ़ायदा हुआ है?

मणिपुर में 3 मई से हिंसा की शुरूआत हुई और अभी तक जारी है. राज्य में भड़की हिंसा को काबू में करने के लिए इंटरनेट बंद (Indternet ban in Manipur) कर दिया गया.

लोकतांत्रिक मूल्यों, मौलिक अधिकारों और अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों पर नज़र रखने वाले लोग दावा करते हैं कि भारत दुनिया भर में इंटरनेट पर पाबंदी लगाने के मामले में पहले नंबर पर है. भारत में कहीं भी कोई उपद्रव या हिंसा होती है तो उस इलाके में सबसे पहले इंटरनेट बंद कर दिया जाता है.

मणिपुर में भी वही हुआ. इंटरनेट बंद करने से हिंसा या अफ़वाहों को रोकना आसान होता ऐसा साबित करने के लिए अभी तक कोई स्टडी तो नहीं मिलती है. लेकिन लॉ एंड ऑर्डर लागू करने वाली एजेंसी यानि पुलिस और स्थानीय प्रशासन इंटरनेट बंद कर देता है. 

मणिपुर में दो औरतों को निर्वस्त्र कर परेड कराने का वीडियो वायरल होने के बाद मणिपुर में हिंसा पर देश और दुनिया भर में चर्चा के साथ साथ इंटरनेट बैन पर भी सवाल उठे. यह सवाल भी उठा कि क्या सचमुच में इंटरनेट इसलिए बंद किया गया था कि अफ़वाहों को रोकें…या फिर मणिपुर में क्या हो रहा है उसकी ख़बरें देश तक ना पहुंच सकें इसलिए इंटरनेट बंद कर दिया गया था. 

क्योंकि दो महिलाओं के साथ यह वारदात 4 मई को हुई थी और पुलिस में इसकी रिपोर्ट भी दर्ज थी. लेकिन जब तक वीडियो वायरल नहीं हुआ देश को इस बारे में पता नहीं चला. 

मणिपुर में इंटरनेट बैन के मसले को इस वीडियो में समझने की कोशिश है. लिंक पर क्लिक करके आप यह वीडियो देख सकते हैं.

Exit mobile version