Mainbhibharat

हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के खिलाफ आदिवासी संगठनों ने झारखंड बंद का आह्वान किया

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए कई आदिवासी संगठनों ने राज्य बंद का आह्वान किया है.

केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा कि राज्य के 15-20 आदिवासी संगठन बंद में शामिल होंगे. उन्होंने कहा, ‘‘जांच में ईडी के साथ सहयोग करने के बावजूद हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया गया. हम इसका विरोध करते हैं.’’

तिर्की ने कहा कि बंद से आपात सेवाओं पर असर नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा, ‘‘अगर स्कूल बृहस्पतिवार को खुलते हैं तो हम उनमें बाधा नहीं पहुंचाएंगे.’’

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित भूमि धोखाधड़ी मामले से जुड़े धनशोधन के आरोप में सात घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद बुधवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नेता हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया.

बुधवार देर रात गिरफ्तारी से पहले हेमंत ने राजभवन पहुंचकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया, जिसे राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया. उनकी जगह चंपई सोरेन को राज्य का नया मुख्यमंत्री चुना गया. चंपई ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया. चंपई सोरेन ने 43 विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपा था.

सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला

हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. वरिष्ठ वकील और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में हेमंत की गिरफ्तारी के खिलाफ याचिका दायर की है.

वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि चुनाव से पहले विपक्ष के सभी नेताओं को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. सुप्रीम कोर्ट इस मामले में कल यानी शुक्रवार को सुनवाई करेगा. कपिल सिब्बल ने कोर्ट को बताया कि हमने रांची हाई कोर्ट से याचिका वापस ले ली है.

इससे पहले गिरफ्तारी के बाद हेमंत सोरेन ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. बुधवार रात उनके वकीलों ने रिट पीटिशन दायर की थी.

सोरेने का वीडियो मैसेज 

वहीं गिरफ्तारी से ठीक पहले का हेमंत सोरेन का एक वीडियो सामने आया. जिसमें सोरेन कहते हैं कि ईडी की टीम मुझे गिरफ्तार करने वाली है, वक्त कम है लेकिन मुझे चिंता नहीं क्योंकि मैं शिबू सोरेन का बेटा हूं.

उन्होंने वीडियो में कहा है कि दिनभर पूछताछ में समय बिताने के बाद ईडी ने शाम में गिरफ्तारी का फैसला सुनाया है. मुझ पर साढ़े आठ एकड़ जमीन का मालिक होने का इनका दावा है. दिल्ली में भी इन लोगों ने छापा मारकर मेरी छवि खराब करने की कोशिश की… इनको पता है कि शाम में कोर्ट-कचहरी बंद हो जाता है इसलिए योजना के तहत शाम में अरेस्ट की बात कही… मैं कोर्ट में जाऊंगा.

वीडियो में उन्होंने आगे कहा है कि एक आदिवासी अपने दम पर सरकार बनाकर राज्य की जनता की सेवा कर रहा था. आज लगता है कि ये वक्त अब मेरे लिए खत्म हो रहा है. एक नई लड़ाई हमें लड़नी पड़ेगी. ऐसे सामंती विचारों, ऐसे तंत्रों के साथ जो निर्दोष लोगों को, आदिवासी-दलितों पर अत्याचार करते हैं. आज मुझे ये लोग अपने कब्जे में ले लेंगे. मुझे चिंता नहीं, शिबू सोरेन का मैं बेटा हूं.

सोरेन ने कहा है कि संघर्ष हमारे खून में है. हम लड़ेंगे और जीतेंगे भी. जिस मंसूबे के साथ इन लोगों ने अरेस्ट करने का निर्णय लिया है… जिस जमीन को लेकर अरेस्ट किया जा रहा है उसमें मेरा दूर-दूर तक कोई नाम नहीं है.

Exit mobile version