हेमंत सोरेन को झूठे केस में फंसाया गया है: झारखंड मुक्ति मोर्चा स्थापना दिवस (JMM Foundation Day) समारोह में पार्टी के संस्थापक और झारखंड में दिशोम गुरू के नाम से पुकारे जाने वाले शिबु सोरेन शामिल नहीं हो पाये.
लेकिन उन्होंने अपने समर्थकों और पार्टी के नेताओं को एक पत्र लिखा. इस पत्र में उन्होंने कहा कि आप लोग खूब पढ़े और अपनी सेहत का ध्यान रखें. उन्होंने पत्र में लिखा कि उनका स्वास्थ्य अच्छा नहीं है इसलिए वे कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पा रहे हैं.
Also Read: हेमंत सोरेन को जेल भेजने वालों के बारे में झारखंड के आदिवासी क्या सोचते हैं?
झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री और उनके बेटे हेमंत सोरेन को फंसाया गया है.
जेएमएम के स्थापना दिवस कार्यक्रम में झारखंड के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने भी शिरकत की. उन्होंने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी लंबे समय से झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार को गिराने की साजिश में जुटी हुई थी.
उन्होंने आरोप लागया कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने झूठे केस में फंसा कर हेमंत सोरेन को गिरफ़्तार किया है. मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि कोरोना काल में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जो काम किया उसकी तारीफ़ पूरे देश में हुई थी.
इस मौके पर राजमहल के सांसद विजय हांसदा ने कहा कि बीजेपी की साजिश से ही आज हेमंत सोरेन जेल में हैं. उन्होंने दावा किया कि हेमंत सोरेन की गिरफ़्तारी से आदिवासी और ख़ासतौर से आदिवासी नौजवान ख़फ़ा है.
इसलिए हेमंत सोरेन की गिरफ़्तारी से JMM और उसके गठबंधन सहयोगियों को फ़ायदा मिलेगा.
Also Read: हेमंत सोरेन के इस्तीफ़े के बाद झारखंड को मिला नया मुख्यमंत्री
विधायक हैदराबाद से रांची पहुंचे
इस बीच में यह ख़बर मिली है कि झारखंड में सत्ताधारी गठबंधन के विधायक तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से रांची के लिए निकल पड़े हैं. यह बताया गया है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता चंपई सोरेन के शपथ ग्रहण के बाद कुल 43 विधायकों हैदराबाद भेजा गया था.
Also Read: हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के खिलाफ आदिवासी संगठनों ने झारखंड बंद का आह्वान किया
चंपई सोरेन को कल यानि सोमवार 5 फ़रवरी को विश्वास मत हासिल करना है.
[…] जनवरी को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद सुप्रीम कोर्ट में […]