तेलंगाना के राजन्ना-सिरसिला जिले के अलमासपुर गांव के सरपंच के पति जो एक टीआरएस नेता भी है को 7 वर्षीय आदिवासी लड़की के यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तारी के बाद ग्रामीणों और आदिवासियों ने शनिवार को सिरसिला शहर में आरोपी राधारापु शंकर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
सिरसिला में मुख्य मार्ग को जाम कर दिया गया और करीब तीन घंटे तक यातायात ठप्प रहा. प्रदर्शनकारियों ने राधारापु शंकर के लिए मौत की सजा की मांग की है. उन्होंने अधिकारियों से आश्वासन की भी मांग की कि शंकर को दंडित किया जाए और तब तक वे विरोध वापस नहीं लेंगे. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पुलिस ने आरोपी को मुक्त करती है तो राज्यव्यापी आंदोलन तेज हो जाएगा.
उन्होंने पीड़ित परिवार के सदस्यों के लिए 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की भी मांग की है. हालांकि राजस्व अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को शांत कराया. इस बीच टीआरएस के राज्य सचिव बसवाराजू सरैया ने घोषणा की कि राधारापु शंकर को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है.
क्या है मामला?
राजन्ना-सिरसिला जिले के अलमासपुर गांव के सरपंच के पति ने दो दिन पहले सात वर्षीय आदिवासी लड़की का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया था. दरअसल नाबालिग पीड़िता और उसका परिवार सरपंच के घर में किराए के कमरे में रहते है. दो दिन पहले जब उसके माता-पिता घर पर नहीं थे तो शंकर ने नाबालिग से दुष्कर्म किया.
यह घटना शुक्रवार को तब सामने आई जब उसके परिवार के सदस्यों और ग्रामीणों ने येल्लारेड्डीपेट मंडल मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया और आरोपी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जिसकी पहचान राधारापु शंकर के रूप में हुई.
सूत्रों के मुताबिक वीरनापाली क्षेत्र के गर्जनपल्ली गांव की रहने वाली लड़की और उसके परिवार के सदस्यों को हलचल के बारे में पता चलने पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को शांत करने का प्रयास किया. हालांकि वे पीछे नहीं हटे.
Ise turant goli mar do