ओडिशा के तिरिंग थाना क्षेत्र के पांडुपानी गांव में गुरुवार को सरकारी आदिवासी आवासीय स्कूल का दसवीं कक्षा का छात्र रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाया गया. मृतक छात्र की पहचान धरमडीही गांव निवासी मुना मरांडी (15) के रूप में हुई है.
सूत्रों ने कहा कि मुना मरांडी बुधवार की रात खाना खाकर सो गया था लेकिन अगले दिन जब उसके रूममेट्स ने उसे जगाने की कोशिश की तो उसने कोई जवाब नहीं दिया. सूचना मिलने पर हॉस्टल सुपरिटेंडेंट और अन्य स्टाफ ने मुना की मां डांगी मरांडी को सूचना दी जो तत्काल हॉस्टल पहुंची और उसे थिरिंग अस्पताल ले गई जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए, सहायक जिला कल्याण अधिकारी (ADWO) सुरेश चंद्र जीतूबाबू ने कहा कि मुना की स्वास्थ्य स्थिति ठीक थी. वह कथित तौर पर दोपहर में कक्षाओं के बाद अपने रूममेट्स के साथ खेला था और उसके बाद शाम को कुछ काम के लिए हॉस्टल चला गया. फिर खाना खाने के बाद वह सोने चला गया लेकिन अगले दिन सुबह नहीं उठा.
खबर फैलते ही झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक प्रहलाद पूर्ति पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं के साथ उपमंडल अस्पताल पहुंचे और मृतक की मां को जिला रेड क्रॉस से 20 हज़ार रुपये के साथ-साथ 20 लाख रुपये का बीमा, जिसके लिए आदिवासी छात्र हकदार हैं, की मांग की.
इस बीच, आईआईसी प्रफुल्ल कुमार बारिक ने कहा कि शव को जब्त कर लिया गया है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के सही कारणों का पता लगाया जाएगा. जिला कल्याण विभाग ने मृतक की मां को 5,000 रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान की है. साथ ही अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया गया है लेकिन लड़के के माता-पिता की ओर से अब तक कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है.
(Image Credit: The New Indian Express)
Main bhi Bharat se request h ki postmartem report bhi sajha kre..taki mamla kya h iski jankari mil sake dhanyawad….