तेलंगाना के सूर्यपेट जिले के अटमाकुर (एस) पुलिस स्टेशन के सब-इंस्पेक्टर, लिंगम को सस्पेंड कर दिया गया है. उनपर यह कार्रवाई आदिवासी युवक वीरशेखर का हिरासत में टॉर्चर करने के लिए हुई है.
सूर्यपेट जिले के पुलिस अधीक्षक एस राजेंद्र प्रसाद, जिन्होंने गुरुवार को घटना की जांच का आदेश दिया था, ने शुक्रवार को सस्पेंशन का आदेश जारी कर दिया.
सूर्यपेट जिला सरकारी अस्पताल में भर्ती वीरशेखर को बेहतर इलाज के लिए शुक्रवार को एक निजी अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया.
अस्पताल में पाया गया कि हालांकि उन्हें कोई बाहरी चोट नहीं थी, लेकिन कथित तौर पर पुलिस द्वारा पीटे जाने से उन्हें गंभीर आंतरिक चोटें आईं. डीएसपी सूर्यपेट द्वारा घटना की प्रारंभिक जांच में पाया गया कि पीड़ित को प्रताड़ित किया गया था.
मामले की विस्तृत जांच जारी है, जिसके बाद एसपी को रिपोर्ट सौंपी जाएगी.
इस बीच पता चला हुई कि जिले में दो साल से ज्यादा समय से काम कर रहे एसआई लिंगम जनता से बदतमीजी करने के लिए जाने जाते हैं. एक साल पहले जिले के नगरम थाने में काम करते हुए उसपर एक किसान को पीटने का भी आरोप है. गंभीर रूप से घायल हुए किसान ने तत्कालीन एसपी से संपर्क किया, जिसके बाद लिंगम को वेकेंसी रिजर्व (वीआर) में रखा गया. लिंगम को हाल ही में अटमाकुर (एस) पुलिस स्टेशन में तैनात किया गया था.
मामले के तूल पकड़ने के बाद मांग उठ रही है कि पुलिसवालों को हाशिए के समुदायों से किस तरह से पेश आना चाहिए, इसकी ट्रेनिंग दी जानी चाहिए.