चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections) की तारीखों का ऐलान कर दिया है. देश में 7 चरणों में 543 सीटों के लिए मतदान होगा और मतगणना 4 जून को होगी.
पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को, दूसरा 26 अप्रैल को, तीसरा 7 मई को, चौथा 13 मई को, पांचवां 20 मई को, छठा 25 मई को और सातवें और आखिरी चरण का मतदान 1 जून को होगा.
– पहले चरण में 21 राज्यों की 102 सीटों पर वोटिंग होगी.
– दूसरे चरण में 13 राज्यों की 89 सीटों पर वोटिंग होगी.
– तीसरे चरण में 12 राज्यों की 94 सीटों पर वोटिंग होगी.
– चौथे चरण में 10 राज्यों की 96 सीटों पर वोटिंग होगी.
– पांचवें चरण में 8 राज्यों की 49 सीटों पर वोटिंग होगी.
– छठे चरण में 7 राज्यों की 49 सीटों पर वोटिंग होगी.
– सातवें चरण में 8 राज्यों की 57 सीटों पर वोटिंग होगी.
मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल 16 जून को खत्म हो रहा है और नई लोकसभा का गठन उससे पहले होना है.
आंध्र प्रदेश, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और ओडिशा में विधानसभाओं का कार्यकाल भी जून में अलग-अलग तारीखों पर खत्म हो रहा है.
चुनाव की घोषणा करते हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि हमारी टीम अब पूरी हो चुकी है, हम भारतीय लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
हमारा वादा इस तरह से राष्ट्रीय चुनाव कराने का है, जिससे विश्व स्तर पर भारत का गौरव बढ़े.
चुनाव आयोग ने कहा कि देश में 97 करोड़ पंजीकृत मतदाता हैं, 10.5 लाख से अधिक मतदान केंद्र हैं, 55 लाख EVM का इस्तेमाल होगा.
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कुल मतदाताओं में 49.7 करोड़ पुरुष, 47.1 करोड़ महिलाएं, 48 हजार ट्रांसजेंडर शामिल हैं. वहीं ऐसे मतदाताओं की संख्या 1.8 करोड़ है, जो पहली बार मतदान करेंगे.
राजीव कुमार ने बताया कि इस बार 85 साल से अधिक उम्र के लोग घर बैठकर वोट कर सकते हैं. 85 वर्ष से अधिक उम्र के जितने भी मतदाता हैं, उनके घर जाकर मतदान करवाया जाएगा.
इस बार देश में पहली बार ये व्यवस्था एक साथ लागू होगी कि जो 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाता हैं और जिन्हें 40 फीसदी से अधिक की विकलांगता है, उनके पास हम फॉर्म पहुंचाएंगे, अगर वो मतदान का ये विकल्प चुनते हैं.
सीईसी ने कहा कि चुनाव कराने को लेकर ECI के सामने 4 चुनौतियां हैं. बाहुबल का इस्तेमाल, धनबल, झूठी खबर और एमसीसी का उल्लंघन. उन्होंने कहा कि हम हिंसा मुक्त चुनाव करवाना चाहते हैं, लिहाजा इलेक्शन के दौरान कोई भी खून-खराबा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
वहीं आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को समाचार पत्रों और अन्य मीडिया आउटलेट्स में तीन बार जानकारी प्रकाशित करनी होगी. राजनीतिक दल को यह बताना होगा कि उन्होंने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार को टिकट क्यों दिया.
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इसके साथ ही मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान हिंसा की कोई गुंजाइश नहीं है. हिंसा से जुड़ी कोई भी शिकायत 100 मिनट में दूर होगी.
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. अपराधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. वहीं बॉर्डर पर ड्रोन से निगरानी होगी. अब तक 3400 करोड़ का कैश पकड़ा गया था. कुछ राज्यों में धन कुथ में बल का प्रयोग ज्यादा हो रहा है.
चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 303 सीटें जीती थी, जबकि कांग्रेस को 52 सीट मिली थीं. वो लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद हासिल करने के लिए पर्याप्त संख्या बल नहीं जुटा पायी थी.
ऐसे में आगामी संसदीय चुनाव को विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस) के लिए ‘करो या मरो’ के मुकाबले के तौर पर देखा जा रहा है.
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4 राज्यों में विधानसभा चुनाव
लोकसभा चुनावों के साथ ही अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में विधानसभा चुनाव भी होंगे. आंध्र प्रदेश और ओडिशा विधानसभा चुनाव के मतदान 13 मई को होंगे. जबकि अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम चुनाव की वोटिंग 19 अप्रैल होगी. इन चार राज्यों के चुनाव के नतीजे लोकसभा चुनाव के साथ ही 4 जून को आएंगे.
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