आदिवासियों के मरंग गोमके यानि सर्वोच्च नेता जयपाल सिंह मुंडा ने भारत की संविधान सभा में आदिवासी हक़ों और पहचान के पक्ष में ज़बरदस्त जिरह की. उनके सवालों ने भीमराव अंबेडकर, जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल को लंबे जवाब देने को मजबूर किया. वह 1928 में ओलंपिक खेलों में भारत का पहला गोल्ड मेडल जीतने वाली हॉकी टीम के कप्तान थे. लेकिन आदिवासियों के इस हीरो को देश ने भुला दिया. इस वीडियो में देखिए जयपाल सिंह मुंडा की पूरी कहानी.