छत्तीसगढ़ में पौष यानि जनवरी महीने में छेरछेरा त्योहार मनाया जाता है. यह त्योहार धान की फ़सल घर आ जाने के बाद मनाया जाता है. इस त्योहार को पौष महीने की पूर्णमासी को मनाया जाता है. लेकिन 15 दिन पहले ही महिलाएँ गाँव गाँव जा कर सुवा नाचती हैं. नाच के बाद धान और पैसे दे कर इन महिलाओं को विदा किया जाता है. मैं भी भारत के इस एपिसोड में हम आपको छत्तीसगढ़ के कोरबा ज़िले के एक मशहूर गाँव लाफ़ा लिए चलेंगे. इस गाँव में कंवर, तंवर और गोंड आदिवासी रहते हैं. इस गाँव में हमने इस त्योहार की तैयारी को देखा और समझने की कोशिश की है. आप भी देखें.
छत्तीसगढ़ का छेरछेरा त्योहार और सुवा नाच
यह त्योहार धान की फ़सल घर आ जाने के बाद मनाया जाता है. इस त्योहार को पौष महीने की पूर्णमासी को मनाया जाता है.