गुजरात के दाहोद जिले में विवाहेतर संबंधों के शक में 35 वर्षीय आदिवासी महिला की उसके ससुर ने अन्य लोगों के साथ मिलकर पिटाई की. उसके बाद महिला को निर्वस्त्र कर घुमाया.
शुक्रवार को एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस अधीक्षक राजदीपसिंह जाला ने बताया कि यह घटना 28 जनवरी को संजेली तालुका के एक गांव में हुई.
उन्होंने बताया, “29 जनवरी को 15 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. हमने 12 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें चार पुरुष, चार महिलाएं और चार किशोर शामिल हैं. घटना के बारे में सूचना मिलने के बाद हमने महिला को बचाया, जिसे उसके ससुर ने घर के अंदर बंद कर दिया था.”
एसपी ने बताया कि आरोपियों पर अपहरण, गलत तरीके से बंधक बनाने, महिला के सम्मान को ठेस पहुंचाने और हमला करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. जबकि भीड़ में शामिल जिन लोगों ने इस कृत्य का वीडियो बनाया और इसे वायरल किया, उन पर सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है.
एफआईआर के मुताबिक, पीड़िता का गांव के ही एक व्यक्ति के साथ प्रेम संबंध था और वह घटना वाले दिन उससे मिलने गई थी.
पुलिस ने बताया कि महिला के ससुर बहादुर दामोर और उसके पति के भाई संजय दामोर के नेतृत्व में भीड़ कुछ महिलाओं के साथ उस शख्स के घर में घुसकर पीड़िता पर हमला किया. भीड़ की क्रूरता शारीरिक हमले और आंशिक रूप से कपड़े उतारने तक ही सीमित नहीं थी, उन्होंने उसके हाथों को जंजीरों में बांधकर गांव में घुमाकर उसे और अपमानित किया.
इसके बाद पीड़िता को घर ले जाने से पहले उसे मोटरसाइकिल से बांधकर मुख्य सड़क पर घसीटा गया और आखिरकार उसके ससुर ने उसे उसके घर के अंदर बंद कर दिया.
विपक्षी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों ने इस बर्बर कृत्य की निंदा की है और भाजपा सरकार पर कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर आरोप लगाया है. उन्होंने इस तरह के जघन्य अपराध के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा देने की मांग की है.
गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री और सरकार के प्रवक्ता रुशिकेश पटेल ने गांधीनगर में संवाददाताओं से कहा कि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.